बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। राजस्थान में अजमेर व अलवर लोकसभा तथा मांडलगढ़ विधानसभा सीट के लिए होने जा रहे उपचुनाव कांग्रेस और भाजपा के लिए आगे की दिशा तय करने वाले होंगे। खासतौर से इस चुनाव में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट की प्रतिष्ठा दावं पर रहेगी। भाजपा के सामने जहां अपना वर्चस्व को कायम रखने की, वहीं कांग्रेस के सामने फिर से उभरने की चुनौती है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इन चुनावों की हार-जीत नए समीकरण बनाएगी।
बहरहाल, उपचुनाव में तीनों ही सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला हो रहा है। अजमेर में जहां भाजपा ने पूर्व सांसद स्व. सांवरलाल जाट के पुत्र रामस्वरूप लांबा को, वहीं कांग्रेस ने रघु शर्मा को मैदान में उतारा है। उधर, अलवर लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने डॉ. कर्ण सिंह यादव, तो भाजपा ने जसवंत सिंह यादव को मैदान में उतारा है। दोनों के बीच सीधा मुकाबला होगा मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस के विवेक धाकड़ तथा भाजपा के शक्तिसिंह हाड़ा मैदान में हैं। इस चुनाव में कांग्रेस किसानों की मांगों, बेरोजगारी, बिजली आदि को मुद्दा बनाकर भाजपा को घेरने की तमाम कोशिश कर रही है, वहीं भाजपा विकास के एजेंडे पर प्रचार-प्रसार में जुटी हुई है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ये उपचुनाव सेमीफाइनल है। इसके नतीजे काफी हद तक आगामी विधानसभा चुनावों को भी प्रभावित करेंगे।
उपचुनावों में इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा रहेगी दावं पर
- Advertisment -