Monday, April 29, 2024
Hometrendingस्मृति शेष : इरफान शर्मीले रहे, पर बगावती फितरत हमेशा रही, क्रिकेट...

स्मृति शेष : इरफान शर्मीले रहे, पर बगावती फितरत हमेशा रही, क्रिकेट छोड़ ऐसे जुड़े थिएटर से…

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

जयपुर Abhayindia.com अभिनेता इरफान खान की बुधवार को मौत हो गई। आपको बता दें कि इरफान ने अपने करियर की शुरुआत राजधानी जयपुर के रवींद्र मंच से की थी। उन्‍होंने मीडिया को दिए साक्षात्‍कार में यह जानकारी दी थी। इरफान भले ही बचपन से शर्मीले रहे,  लेकिन उनमें बगावती फितरत हमेशा रही।

इस बेहतरीन नायक का जन्म जयपुर के टायर कारोबारी और जमींदार खान के घर हुआ था। वे टोंक के पास एक गांव के रहने वाले थे। इरफान एक मुस्लिम पठान फैमिली से थे। उन्‍होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से एम.ए. की डिग्री ली। एक्टिंग के अलावा इरफान को क्रिकेट का भी शौक था। इसके चलते उनका चयन सी.के. नायडू ट्रॉफी के लिए भी हो गया था। लेकिन, परिवार ने जब उन्हें क्रिकेट में करियर बनाने की अनुमति नहीं दी तो वे थिएटर से जुड़ गए।

इरफान ने एक साक्षात्‍कार में बताया था कि पढ़ाई को लेकर उनके घर में हमेशा गंभीर माहौल रहा। जयपुर में शुरुआती पढ़ाई के लिए घर के नजदीकी सरकारी स्कूल में जाते थे, लेकिन मां चाहती थी कि वे इंग्लिश मीडियम स्कूल से बेहतरीन तालीम हासिल करें। तब पास के दूसरे कॉन्वेंट स्कूल में दाखिला करवा दिया। पहले कभी इंग्लिश से करीबी रिश्ता नहीं रहा, इसलिए लैंग्वेज समझने और बोलने में दिक्‍कतें होती थीं। पहली बार इंग्लिश में सभी को बात करते देखा। इंग्लिश में बात नहीं कर पाने की वजह से अक्सर स्कूल में सजा मिलती।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular