Thursday, May 9, 2024
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बीजेएस रामपुरिया जैन विधि महाविद्यालय में मूट कोर्ट का आयोजन

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बीकानेर Abhayindia.com बीजेएस रामपुरिया जैन विधि महाविद्यालय में आयोजित मूट कोर्ट में किरण सिरोही बनाम डॉ. राजेश के मामले में न्यायालय उपभोक्ता विवाद परितोष मंच, बीकानेर ने डॉ. राजेश के खिलाफ किए गए परिवाद को खारिज किया गया।

महाविद्याालय की प्रायोगिक गतिविधि के क्रम में आज इस मूटकोर्ट का आयोजन किया गया। मूटकोर्ट के द्वारा विधि विधार्थियों ने एक बारगी न्यायालय का माहौल पैदा कर दिया। मामले को जींवत रूप देने के लिए न्यायाधीश, वकील, स्टेनों, प्रार्थी, अप्रार्थी, गवाह, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तथा अन्य सभी न्यायिक कर्मचारीयों की भूमिका विधि विद्यार्थियों के द्वारा निभायी गयी।

महाविद्यालय में अयोजित मूटकोर्ट में विशेषज्ञ के रूप में महाविद्यालय के व्याख्याता डॉ. राकेश धवन, अधिवक्ता ने विधि विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विधि विद्यार्थीयों के द्वारा जो यह प्रयास किया गया है एकबारगी वास्तविक न्यायालय का आभास करवाता है। डॉ. धवन ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन विद्यार्थी को आगे बढने की प्रेरणा देते है तथा उनके व्यक्तित्व विकास में सहायक होते है। डॉ. धवन ने इस अवसर पर समस्त स्टाफ तथा मूट कोर्ट के प्रतिभागियों को मूट कोर्ट के सफल आयोजन पर बधाई दी तथा उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की।

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अनन्त जोशी ने प्रतिभागियों को इस मूटकोर्ट के सफलता पूर्वक एवं शानदार मंचन पर बधाई दी एवं कानून की पेचिदगियों की ओर छात्रों का ध्यान आकर्षित किया। उन्होने विद्यार्थियों से आह्रान किया कि वे विधि के सैद्धान्तिक ज्ञान के साथ उसके व्यवहारिक पहलुओं को भी समझें एवं न्यायालय की तकनीकी प्रक्रिया को भली प्रकार समझ कर विधि व्यवसाय में उच्च स्थान प्राप्त करें। डॉ. जोशी ने सम्पूर्ण प्रक्रिया का मूल्यांकन कर विद्यार्थियों को कानूनी बारीकियों एवं साक्ष्य के विभिन्न प्रकारों से रूबरू करवाया।

महाविद्यालय के व्याख्याता डॉ. रीतेश व्यास, पवन सारस्वत, डॉ. पीयूष किराडू के निर्देशन में मंचित इस मूट कोर्ट में न्यायाधीश के रूप में नगमा हुसैन तथा ईशिका परिहार, पेशकार के रूप में नफिसा, स्टेनो के रूप में महिमा पारीक, आवाज लगाने वाले की भूमिका में दिपेन्द्र सिंह, शिकायतकर्ता के रूप में सोनिया गिल, अप्रार्थी डॉक्टर के रूप में शुभम सुथार, प्रार्थी के वकील के रूप में पंकज सुथार, अप्रार्थी पक्ष के वकील के रूप में कलिका चौपडा ने अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की।

कार्यक्रम में महाविद्यालय के व्याख्याता डॉ. बालमुकुन्द व्यास, डॉ. शराफत अली, डॉ प्रीति कोचर, सुनीता लूणिया तथा विधि प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय वर्ष के विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन तथा प्रतिभागियों का परिचय मूट कोर्ट निदेशक डॉ. रीतेश व्यास ने किया।

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