Sunday, April 28, 2024
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इसरो ने रचा इतिहास, चंदा मामा अब दूर के नहीं, घर के…

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नई दिल्‍ली Abhayindia.com भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो ने आज चांद पर इतिहास रच दिया है। चंदा मामा अब दूर के नहीं, घर के हो गए है। चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर आज शाम 6.04 बजे सॉफ्ट लैंडिंग हो गई है। इसरो ने अपने सीधे प्रसारण में इसकी जानकारी दी है।

इसरो के इस मिशन को सफल होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो को बधाई देते हुए खुशी जाहिर की है। इस दौरान उन्होंने अपने एक संबोधन में कहा कि इस मिशन के बाद हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है।

आपको बता दें कि चंद्रयान की सफल लैंडिंग का इंतजार समूचा देश कर रहा था। हर धर्म और हर मजहब के लोग इस मिशन की सफल होने की दुआ कर रहे थे। आज सवेरे से सोशल मीडिया पर हजारों ऐसी तस्वीर तैर रही थी जिसमें लोग इस मिशन को सफल होने के लिए मंदिरों में हवन कर रहे थे। सब लोगों की दुआ कबूल हो गई है।

आपको बता दें कि चंद्रयान-3 के लिए चंद्रयान-2 से भी कम पैसा खर्च किया गया है। चंद्रयान-3 के मिशन का वित्तीय बजट 615 करोड़ रुपये यानी करीब 75 मिलियन डॉलर है। इसरो के पूर्व चीफ के सिवन के अनुसार, इस मिशन का बजट लगभग 250 करोड़ है। लेकिन, इसमें लॉन्च व्हीकल की लागत शामिल नहीं है। इसकी लगत 365 करोड़ थी, ऐसे में पूरे मिशन की लागत 615 करोड़ के आसपास आ जाता है।

यह भी बता दें कि अब तक भारत ने किसी दूसरे ग्रह या उसके उपग्रह पर कोई रोवर लैंड नहीं करवाया है। चंद्रयान 3 हमारे इसी सपने को पूरा करेगा। ये मिशन ISRO के आने वाले कई दूसरे बड़े मिशन के लिए रास्तों को खोलेगा। इससे विश्व पटल पर भारत का साख अंतरिक्ष के मामले में और बढ़ेगा। भारत के भविष्य के लिए यह मिशन काफी महत्वपूर्ण है। बता दें कि अब तक अमरीका, रूस और चीन को चांद की सतह पर सॉफ्ट लैन्डिंग में सफलता मिली है।

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