Saturday, April 20, 2024
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सावन के बाद अब भादवे में भी रहेगी त्‍योहारों की धूम, देखें तारीखवार जानकारी…

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कल्‍चरल डेस्‍क। सावन के बाद अब भादवे में यानि सितम्‍बर में भी त्‍योहारों की धूम रहेगी। यह धूम 19 सितंबर अनंत चतुर्दशी तक रहेगी। खासतौर से ऋषि पंचमी, जलझूलनी एकादशी, बच्छ बारस, सोमवती अमावस्या और अनंत चतुर्दशी जैसे त्योहार इसी माह में आएंगे। त्‍योहारों का दौर 20 सितंबर को स्नानदान पूर्णिमा तक जारी रहेगा। इसके अगले दिन से पितृपक्ष प्रारंभ होने से 15 दिन तक मांगलिक कार्य नहीं होंगे। यहां देखें तारीखवार जानकारी :-

31 अगस्त : गोगा नवमी

2 सितम्‍बर : जया एकादशी

3 सितम्‍बर : गो वत्स द्वादशी

4 सितम्‍बर : शनि प्रदोष

5 सितम्‍बर : शिव चतुर्दशी

6 सितम्‍बर : कुशग्रहणी अमावस्या

8 सितम्‍बर : रामदेव जयंती

9 सितम्‍बर : हरतालिका तीज

10 सितम्‍बर : गणेश चतुर्थी

11 सितम्‍बर : ऋषि पंचमी

14 सितम्‍बर : राधाष्टमी

17 सितम्‍बर : डोल ग्यारस

19 सितम्‍बर : अनंत चतुर्दशी

101 साल बाद अबकी बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर बना है विशेष संयोग, व्रत करने से…

अबकी बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर कई विशेष संयोग बन रहे हैं। अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र व सोमवार तीनों का एक साथ मिलना दुर्लभ है। यह संयोग 101 साल के बाद बना है। निर्णय सिंधु नामक ग्रंथ के अनुसार ऐसे संयोग जब जन्माष्टमी पर बनते हैं तो श्रद्धालुओं को इसे हाथ से जाने नहीं देना चाहिए। इस संयोग में जन्माष्टमी व्रत करने से तीन जन्मों के जाने-अनजाने में हुए पापों से मनुष्य को मुक्ति मिलती है।

आपको बता दें कि अष्टमी तिथि 29 अगस्‍त की रात 10:10 बजे प्रवेश कर गई, जो सोमवार रात 12:24 तक रहेगी। रात में 12: 24 तक अष्टमी है। इसके बाद नवमी तिथि प्रवेश कर जायेगी। इस दौरान चंद्रमा वृष राशि में मौजूद रहेगा। आपको यह भी बता दें कि वर्षों बाद इस बार वैष्णव व गृहस्थ एक ही दिन जन्मोत्सव मनाएंगे। श्रीमद्भागवत पुराण के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्र कृष्ण अष्टमी तिथि, सोमवार रोहिणी नक्षत्र व वृष राशि में मध्य रात्रि में हुआ था। भाद्रपद मास की अष्टमी तिथि को भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। इसलिए प्रत्येक वर्ष भाद्र कृष्ण अष्टमी तिथि को श्रद्धालु जन्माष्टमी मनाते हैं।

मान्‍यता के अनुसार, संतान की कामना के लिए भी महिलाओं को जन्माष्टमी का व्रत करना चाहिए। महिलाओं को इस दिन भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप गोपाल का पूजन कर पंचामृत से स्नान कर नया वस्त्र धारण कराकर गोपाल मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे उन्हें यशस्वी दीर्घायु संतान की प्राप्ति होगी।

राजस्‍थान : मंत्रिमंडल विस्‍तार पर फिर लगा ब्रेक, अब आई ये नई तारीख…

जयपुर Abhayindia.com राजस्‍थान में बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्‍तार पर एक बार फिर ब्रेक लग गया है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तबीयत खराब होने तथा 9 सितंबर से विधानसभा सत्र शुरू होने के चलते अब विस्‍तार में कुछ और वक्‍त लग सकता है। पार्टी आलाकमान संभवत: इसी माह के दूसरे पखवाड़े में इस काम को अंजाम दे सकता है। इससे पहले मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत का दिल्‍ली जाना हो सकता है। बहरहाल, मंत्रिमंडल विस्‍तार की उम्‍मीद में बैठे पायलट समर्थक विधायकों का अभी कुछ और इंतजार करना पड़ सकता है। इधर, जानकारों की माने तो पार्टी आलाकमान के स्‍तर पर मंत्रिमंडल विस्‍तार और फेरबदल को लेकर तैयारी पूरी की जा चुकी है। अब बस अनुकूल समय का इंतजार किया जा रहा है। संभावना यह जताई जा रही है‍ कि फेरबदल के चलते कुछ मंत्रियों की जहां मंत्रिमंडल से छुट्टी हो सकती है वहीं, छह-सात नए मं‍त्री बन सकते हैं। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद ही कांग्रेस के जिलाध्यक्षों और प्रदेश कार्यकारिणी का विस्तार होगा। कार्यकारिणी में करीब दो दर्जन नेताओं को एडजस्‍ट किया जा सकता है।

विश्व शांति और युद्ध विराम पश्चात महिलाओं ने निभाई महत्‍ती भूमिका, इतिहास गवाह है : डॉ. मेघना शर्मा

बीकानेर Abhayindia.com द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय गुरुग्राम हरियाणा द्वारा वैश्विक संसार में महिलाओं की भूमिका विषय पर आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय परिसंवाद में बोलते हुए बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर विमेन स्टडीज की डायरेक्टर डॉ. मेघना शर्मा ने महिलाओं को युद्ध विराम पश्चात स्थितियों को संभालने और विश्व शांति जैसे मुद्दों पर अहम भूमिका निभाने वाली महत्वपूर्ण कारक बताया। परिसंवाद के प्रारम्भ में आयोजक प्रो भूप सिंह गौड़ द्वारा डॉ. मेघना का परिचय दिया गया। अंतरराष्ट्रीय परिसंवाद के चौथे सत्र में बोलते हुए ग्रीस, इजिप्ट, रोम आदि सभ्यताओं में आस्पासिया, रानी गोर्गो, स्पार्टन महिलाओं का उदाहरण देते हुए डॉ. शर्मा ने प्रमुख राजनीतिक गतिविधियों में अपनी सूझ-बूझ और शक्तियों का उपयोग करती महिलाओं का शाब्दिक चित्रण प्रस्तुत किया। अंतरराष्ट्रीय परिसंवाद में देश-विदेश से विद्वानों ने अपनी बात रखी। अध्यक्षता जम्मू विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर विमेन स्टडीज के निदेशक प्रोफेसर विश्व रक्षा ने की।

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बीकानेर : अतिक्रमण देखने गए नगर निगम के एईएन के साथ मारपीट का आरोप, राज कार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज…

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