Monday, April 29, 2024
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भारत की अस्मिता का प्रतीक हिन्दी : डॉ. व्यास

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बीकानेर Abhayindia.com हिन्दी भारत राष्ट्र के जन-जन की अस्मिता की प्रतीक है। यह भारतीय जनमानस की सभ्यता व संस्कृति की व्यक्तिगत व वैष्विक पहचान है। साथ ही आधुनिक परिद्वष्य में सामाजिक ताने-बाने के साथ व्यवसायिक व सांस्कृतिक समन्वय की आधारभूमि है। उक्त उद्गार बिनानी कन्‍या कॉलेज में हिन्दी के वरिष्‍ठ व्याख्याता डॉ. घनश्‍याम व्यास ने छात्राओं को हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित परिचर्चा के दौरान व्यक्त किए।

इस अवसर पर छात्रा किरण कॅवर, कचन स्वामी, किरण व्यास, पूर्णिमा श्रीमाली, उर्मिला भूटिया, निकिता व्यास, राधिका व्यास ने हिन्दी के विकास, उसके परिवार, हिन्दी भाषा की विशेषताएं, हिन्दी भाषा के विकास में चुनौतियां, हिन्दी के समर्थ्य विकास के उपाय सहित राष्ट्र नागरिकों के कर्त्‍तर्व्यो को अपने-अपने विचारों के माध्यम से रखा। कार्यक्रम के अंतिम चरण में छात्राओं ने कविता, गीत के माध्यम से अपनी रचनाधर्मिता की प्रस्तुति है।

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