Sunday, April 28, 2024
Hometrendingआरसीए चुनाव : सोनिया से मिलेंगे रामेश्‍वर डूडी, जोशी पर लगाए गंभीर...

आरसीए चुनाव : सोनिया से मिलेंगे रामेश्‍वर डूडी, जोशी पर लगाए गंभीर आरोप

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

जयपुर abhayindia.com राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) के अध्यक्ष पद पर शुक्रवार को वैभव गहलोत के निर्वाचित होने के बाद विरोधी गुट के रामेश्‍वर डूडी के तेवर और तीखे हो गए है। डूडी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत की जीत के सूत्रधार रहे राजस्थान विधानसभा के स्‍पीकर डॉ. सी. पी. जोशी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

जागरण की एक खबर के मुताबिक, पूर्व सांसद रामेश्वर डूडी ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि वे इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में ले जाएंगे। खुद को प्रदेश का जाट और किसान नेता बताते हुए डूडी ने कहा कि वे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलकर मुख्यमंत्री की शिकायत करेंगे। मुख्यमंत्री का नाम लिए बिना डूडी ने कहा कि उच्च स्तर से तीन मंत्रियों लालचंद कटारिया, राजेंद्र यादव और अशोक चांदना के साथ ही मुख्य सचिव डीबी गुप्ता व सहकारिता विभाग के रजिस्ट्रार नीरज के पवन को वैभव गहलोत की जीत पक्की करने के लिए लगाया गया था। इस तरह से पूरी सरकार ही वैभव गहलोत को आरसीए अध्यक्ष बनाने में जुट गई थी।

डूडी ने चार दिन पहले दी गई सुरक्षा हटाने के मामले में कहा कि हरियाणा के गैंगस्टर्स ने मुझे जान से मारने की धमकी दी थी, इसलिए सरकार ने सुरक्षा दी थी, लेकिन अब आरसीए चुनाव में मैं वैभव गहलोत के खिलाफ था इस वजह से मेरी सुरक्षा हटा ली गई।

डूडी ने यह भी आरोप लगाया है कि दिल्ली रोड पर आगामी दिनों में बनने वाले आरसीए के स्टेडियम के आसपास सी. पी. जोशी के निकटस्थों ने जमीन खरीद रखी है। शीघ्र बनने वाले स्टेडियम के आसपास जमीनों भाव आसमान पर पहुंच गए। इन जमीनों को बचाने के लिए जोशी ने मुख्यमंत्री को अंधेरे में रखकर उनके बेटे वैभव गहलोत को चुनाव लड़ाया। सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के चलते वे जीत गए। डूडी ने कहा कि आगामी समय में बीसीसीआई से आरसीए को 250 करोड़ रुपये मिलने वाले हैं। इस रकम पर जोशी और उनके समर्थकों की नजर होने के कारण ही मुझे चुनाव लड़ने से रोका गया।

वैभव के लिए जोशी गुट ने ऐसी बनाई क्‍लीन स्‍वीप की रणनीति….

कांग्रेस आलाकमान ने मांगी आरसीए विवाद की पूरी रिपोर्ट, इधर…डूडी के पक्ष में…

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular