Thursday, April 25, 2024
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पुष्करणा सावा : आज रात जमेगा रंग, कल दुल्हा-दुल्हन होंगे संग

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बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। पुष्करणा सावा की रंगत अब परवान चढ़ गई है। आज मातृका स्थापना एवं गणेश परिक्रमा (छींकी) के आयोजन होंगे, वहीं कल 21 फरवरी को बारातें निकलेगी और शादियां होंगी। जिन लड़के-लड़कियों का विवाह होना है बुधवार शाम से उनके गणेश परिक्रमा का आयोजन होगा। पहले लड़की पक्ष की ओर से गणेश परिक्रमा होगी। जिसमें लड़की अपने घर-परिवार के सदस्यों के साथ अपने ससुराल के समक्ष पहुंचेगी। यहां लड़की को पोखने, खोळा भरने की रस्म होगी। इसके बाद लड़का की गणेश परिक्रमा होगी। इस दौरान पुरुषों एवं महिलाओं द्वारा सामूहिक रुप से वेद मंत्रों का उच्चारण किया जाएगा।

डीजे-ताशे, बैंड सब हो गए बुक

पुष्करणा सावे में बड़ी संख्या में दुल्हे विष्णु रूप में विवाह करने जाते हैं ऐसे में ताशे डीजे अधिक बुक रहते हैं। सावे में दौरान बड़ी संख्या में पुष्करणा समाज के साथ-साथ अन्य जाति वालों के भी विवाह होंगे। ऐसे में बैंड भी खाली नहीं है। श्याम बैंड के संचालक श्याम देराश्री का कहना है कि पुष्करणा जाति के यहां हालांकि बैंड वालों की बुकिंग कम है, लेकिन दूसरी शादियों के कारण 21 फरवरी को कोई भी बैंड खाली नहीं मिलेगा।

सावा देखने पहुंचे प्रवासी

कल होने वाले पुष्करणा सावे में बड़ी संख्या में प्रवासी बीकानेर पहुंचे हैं। इन में पुष्करणा जाति के साथ-साथ अन्य जाति के लोग भी शामिल हैं। ये प्रवासी राजस्थान के विभिन्न हिस्सों के अलावा कोलकत्ता, बैंगलूर, मुंबई आदि स्थानों से बीकानेर पहुंचे हैं।

बड़ पापड़ का नि:शुल्क वितरण

सावे में वधु परिवार को खिरोड़ा की सामग्री में दिए जाने वाले बड़ पापड़ों का वितरण किया गया। संस्थान अध्यक्ष प्रहलाद ओझा भैरू ने बताया कि तैयार बड़ पापड़ों पर पारंपरिक विधि से कुं-कुं से शुभ आकृतियों को उकेर कर जयश्री कृष्ण, गौरी-गणेश, पगेलागू सा और स्वास्तिक शुभ चिन्ह बनाए गए। परंपरा के अनुसार जितने किलों की परचून की सामग्री होती है उतने ही वजन के बड़ पापड़ होते है। बड़ पापड़ गोत्राचार के बाद पढऩे और बांचने की परंपरा निभाते हुए वर पक्ष के सबसे बुजुर्ग परिजन को भेंट किए जाते है। वहीं संस्थान की ओर से खिरोड़े की सामग्री में उपयोग में लिए जाने वाली गुड़ भेली, मलाई गुड़, सात नारियल, विवाह लग्न, टेवा के साथ वैवाहिक गीतों की पुस्तक सामग्री के साथ निशुल्क वितरित की जा रही है।

शहर का हर व्यक्ति होगा बाराती

कल होने वाले पुष्करणा सावे में परकोटे के भीतर शहर में सैकड़ों विवाह होंगे। शहर का हर व्यक्ति बाराती होगा। विवाह वाले परिवारों में विवाह की रस्मों के साथ विवाह गीतों की सुरलहरियां गूंज रही है। पाग-साफा पहने लोग। सजी-धजी महिलाओं से शहर में सावे की चहल-पहल तेज होती दिख रही है। दिन से लेकर देर रात तक बारह गुवाड़, मोहता चौक, हर्षों का चौक, रत्ताणी व्यासों का चौक सहित विभिन्न चौकों में सावे को लेकर की जा रही तैयारियों को परवान पर चढ़े देखा जा रहा है। पाटों पर देर रात तक लोगों की सावे पर चर्चाएं। सावे पर विभिन्न संस्था-संगठनों की ओर से किए जा रहे सेवा कार्य शहर की सामूहिक भाव की संस्कृति को परवान पर चढ़ाते नजर आ रहे है।

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