Saturday, May 4, 2024
Hometrendingप्रियंका गांधी ने वाराणसी से बजाया चुनावी डंका, सुनाई यूपी की दर्दभरी...

प्रियंका गांधी ने वाराणसी से बजाया चुनावी डंका, सुनाई यूपी की दर्दभरी कहानी…

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

वाराणसी Abhayindia.com प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तरप्रदेश के वाराणसी से आज चुनाव का डंका बजा दिया है। उन्‍होंने वाराणसी से इसकी औपचारिक शुरुआत भी कर दी। सभा से पहले उन्होंने बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन किए। सभा के दौरान प्रियंका गांधी ने सोनभद्र की एक कहानी सुनाकर लोगों से यूपी के हालात पर चर्चा की। प्रियंका गांधी ने कहा- नवरात्रि चल रही है, इस समय मुझे उचित लगा कि, मैं आपसे अपने दिल की बात करूँ। जो सच्चाई में मैंने पिछले 2 साल में यूपी में देखी है। जब से मैं यहां काम कर रही हूँ। वो सच्चाई में आपके सामने रखना चाहती हूँ। प्रियंका गांधी ने कहा- शुरू-शुरू में जब मैंने यूपी में काम करना शुरू किया। तो एक घटना हुई, जो वाराणसी से कुछ दूर सोनभद्र में घटी थी। इस घटना में 13 आदिवासी खेत में काम कर रहे थे। पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से कुछ लोग उनकी जमीन लेने की कोशिश कर रहे थे। कुछ लोग लोग जीप, ट्रैक्टर लेकर आए और खेत में कम कर रहे लोगों से मारपीट की। गोली चलाई जिसमें 13 आदिवासी शहीद हो गए। सोनभद्र नरसंहार के पीड़ितों से मिलने जब मैं गई तो उन लोगों ने कहा कि हमें पैसा, मुआवजा, नौकरी नहीं, बल्कि हमें न्याय चाहिए। हमें न्याय की उम्मीद नहीं है दीदी। उनके पिता ने कहा था कि उन्हें घर से बाहर निकालकर पीटा गया था। उनकी 9 साल की एक बेटी को धमकाया गया था। वो बहुत गरीब परिवार के लोग थे। लेकिन स्वाभिमान था। उन्हें सिर्फ न्याय चाहिए था, क्यूंकी प्रदेश सरकार में उन्हें न्याय की उम्मीद नहीं थी। लेकिन आज तक उन्हें न्याय नहीं मिला। उस घटना के समय भी भाजपा के पूर्व विधायक, भाजपा के एक प्रधान के बेटे और भाजपा के एक कार्यकर्ता, तीन लोगों ने मिलकर के उस मामले में शामिल थे। लेकिन प्रदेश की सरकार न उन पर कोई कार्यवाई नहीं की।

आपको बता दें कि प्रियंका गांधी के वाराणसी दौरे के दौरान उनके मंच पर छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेंद्र बघेल, उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, वाराणसी पूर्व सांसद राजेश मिश्रा, राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा, रामपुर विधानसभा विधायक, आराधना मिश्रा उर्फ मोना मौजूद रहे है।

राजस्‍थान में बिजली संकट : विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने ऊर्जा मंत्री डॉ. कल्‍ला से मांगा इस्‍तीफा

जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में गहरा रहे बिजली संकट के मामले को लेकर वरिष्‍ठ भाजपा नेता एवं विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने प्रदेश के ऊर्जा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा मांगा है। राठौड़ ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार के मिस मैनेजमेंट और गलत नीतियों के कारण प्रदेश में बिजली का संकट हुआ हैं। राज्य सरकार ने समय पर कोल कम्पनियों को पेमेंट नहीं किया। प्रदेश को कोल कम्पनियों ने पूरा कोयला नहीं दिया। इसी कोयले की कमी के कारण राजस्थान के कई पॉवर प्लांट्स की बिजली प्रोडक्शन यूनिट्स बन्द करनी पड़ी हैं। राठौड़ ने कहा कि मौजूदा त्योहारी सीजन में बिजली की मांग सबसे ज्यादा होती है लेकिन, सरकार के मिस मैनेजमेंट से व्यापारी और आम लोग परेशान हैं। सरकार को त्योहारी सीजन में बिजली की डिमांड का पहले ही अनुमान लगाकर बन्दोबस्त कर लेने चाहिए था लेकिन, अव्यवस्थाओं के चलते बीते 3 महीनों में दूसरी बार प्रदेश में बिजली संकट पैदा हो गया है।

उन्‍होंने कहा कि सरकारी कुप्रबंधन के कारण बिजली प्रोडक्शन करन वाले प्लांट तो बंद करने पड़ ही रहे हैं, एक्सचेंज से 20 रुपये यूनिट के भाव पर कई गुणा महंगी दरों से बिजली खरीदी जा रही है। जिसका भार आखिरकार प्रदेश के 1.52 करोड़ बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। कांग्रेस सरकार के मुखिया अशोक गहलोत और ऊर्जा मंत्री बी. डी. कल्ला एक ओर जहां 24 हजार 690 मेगावाट बिजली प्रोडक्शन के साथ राजस्थान को बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने का दम्भ भरकर जनता को भ्रमित कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर देश में सबसे ज्यादा बिजली पैदा करने वाले राजस्थान में सरकारी कुप्रबंधन की वजह से समय पर कोयले की सप्लाई नहीं आने के कारण अरबों रुपए की लागत से बने ज्यादातर थर्मल पावर प्लांट और उनकी यूनिट्स बन्द होने के कगार पर हैं।

बीकानेर पुलिस : तीन थानों के प्रभारी बदले, एसपी ने किए आदेश

बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर के पुलिस महकमे में बदलाव का दौर जारी है। इसी क्रम में आज तीन पुलिस थानों के प्रभारी बदल दिए गए हैं। एसपी प्रीति चंद्रा की ओर से जारी आदेश के अनुसार मुक्‍ताप्रसाद पुलिस चौकी में तैनात उपनिरीक्षक पवन कुमार को जामसर, बीछवाल थाने में कार्यरत उपनिरीक्षक धर्मेन्‍द्र सिंह को गजनेर तथा नाल पुलिस थाने में कार्यरत उपनिरीक्षक हंसराज धानक को कोलायत पुलिस थाने का प्रभारी लगाया गया है।

राजस्‍थान : इस महीने भी सरकार को पास करनी होगी ये बड़ी “परीक्षा”…

जयपुर। राजस्‍थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) के बाद अब प्रदेश की गहलोत सरकार के सामने इस महीने भी एक और बड़ी “परीक्षा” पास करने की चुनौती खड़ी है। आपको बता दें कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की पटवारी भर्ती परीक्षा 23 और 24 अक्टूबर को होने जा रही है। 5 हजार 378 पदों के लिए होने वाली इस सीधी भर्ती परीक्षा का आयोजन 3 घंटे की दो-दो पारियों में होगा।

राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के चेयरमैन हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि 23 अक्टूबर को प्रथम पारी की परीक्षा सुबह 8:30 बजे से सुबह 11:30 बजे तक होगी। वहीं, दूसरी पारी की परीक्षा दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक होगी। इसी तरह 24 अक्टूबर को भी इसी समय पर दो पेपर होंगे। परीक्षा को देखते हुए परीक्षार्थियों से अपील की गई है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी भ्रामक खबर या जानकारी पर विश्वास नहीं करें। चयन बोर्ड द्वारा क्षेत्रीय स्तर के मीडिया में जारी खबरों और बोर्ड की अधिकृत वेबसाइट पर प्रकाशित विज्ञप्ति को ही अधिकृत माना जाए। परीक्षार्थी किसी भी तरह की जानकारी के लिए बोर्ड की वेबसाइट www.rsmssb.rajasthan.gov.in देख सकते हैं।

बीकानेर : मेधावी विद्यार्थियों को मिलेगा विदेश में पढऩे का मौका, राज्य सरकार उठाएगी खर्च, इस योजना के लिए 22 अक्टूबर से कर सकेंगे आवेदन…

बीकानेर : घर-घर हुई घट स्थापना, शारदीय नवरात्रा अनुष्ठान शुरू, देवी मंदिरों में हुई पूजा-अर्चना…

बीकानेर : गंगासिंहजी के जमाने से बसे हुए लोगों को भी नहीं मिल रहे पट्टे, भाजपा ने कलक्‍टर और आयुक्‍त से…

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular