









जयपुर Abhayindia.com राजस्थान की सियासत में एक समय एक-दूसरे के प्रति तल्ख व्यवहार रखने वाले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच अब रिश्ते मधुर होते नजर आ रहे हैं। दोनों ही नेताओं के सुर बदले-बदले नजर आ रहे हैं। इस बीच, पूर्व सीएम गहलोत ने आज दोनों के बीच चल रही अनबन की खबरों को सिरे से नकार दिया। असल में, गहलोत दौसा जिला मुख्यालय के पास जीरोता-भंडाना स्थित स्मारक पर बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोकप्रिय नेता राजेश पायलट की 25वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने के लिए पहुंचे। सभा में काफी समय बाद गहलोत और सचिन पायलट साथ-साथ नजर आए।
इस दौरान गहलोत ने कहा मैं और पायलट कब अलग थे? हम तो हमेशा साथ रहे हैं। दोनों में खूब मोहब्बत है। यह तो मीडिया चलाता रहता है। गहलोत ने कहा कि राजेश पायलट और उनका 18 साल तक साथ रहा। वे अचानक छोड़कर चले गए, इसका आज भी कष्ट है। उनका गरीबों के प्रति, आमजन के प्रति लगाव था। कितना उत्साह है लोगों के अंदर, आज बुजुर्ग भी आए हैं, नौजवान भी आए हैं। जिन्होंने उनके साथ काम किया, वो भी आए और जिन्होंने उनके बारे में सुना है, वो भी आए हैं।
सभा में राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, म.प्र. प्रभारी हरीश चौधरी, राजस्थान के सहप्रभारी सचिव चिरंजीव राव सहित कांग्रेसी सांसद, विधायक, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता और आमजन ने भाग लिया और राजेश पायलट को श्रद्धांजलि अर्पित की।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही सचिन पायलट पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जयपुर स्थित सिविल लाइंस सरकारी आवास पर पहुंचे थे। यह मुलाकात राजेश पायलट की 25वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए निमंत्रण देने के सिलसिले में हुई थी।






