Thursday, April 18, 2024
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स्वास्थ्य : विश्व हेपेटाइटिस दिवस बुधवार को, चिकित्सा मंत्री करेंगे वर्चुअल कार्यशाला…

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बीकानेर Abhayindia.com विश्व हेपेटाइटिस दिवस के अवसर पर बुधवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ.रघु शर्मा की अध्यक्षता में सुबह 11 से 12 बजे तक राज्यस्तरीय एडवोकेसी वर्चुअल कार्यशाला आयोजित की जाएगी। इसमें जिला स्तर से लेकर गांव-गांव तक विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी व पंचायती राज पंच सरपंच कार्यशाला से जुड़ेंगे। आमजन यूट्यूब लिंक के माध्यम से सहभागिता कर पाएंगे।
जिला स्तर पर इस संबंध में जिला कलेक्टर नमित मेहता एवं सीएमएचओ डॉ.ओपी चाहर द्वारा आदेश जारी किए गए हैं। जिला, ब्लॉक एवं ग्राम पंचायत स्तर पर स्थित डीओआईटी केंद्रों में सुबह ११ बजे से अधिकारियों, कर्मचारियों व ग्राम स्तर के पंचायती राज जनप्रतिनिधियों के लिए व्यवस्था रहेगी जबकि आमजन के लिए यु ट्यूब चेनल लिंक जारी किया गया है ।

सीएमएचओ डॉ.चाहर ने बताया कि हेपेटाइटिस लीवर (यकृत) की सूजन है, जो रोग की स्थिति आत्म-सीमित या क्रोनिक हेपेटाइटिस में बढ़ सकती है, और जिससे लीवर पर निशान (लीवर का सिकुडऩा) या लीवर कैंसर हो सकता है।

हेपेटाइटिस वायरस पांच प्रकार- ए,बी,सी,डी,ई का होता है। इनमें से हेपेटाइटिस बी और सी क्रोनिक संक्रमण हैं, इसमें लंबे समय तक, कभी-कभी वर्षों या दशकों तक लक्षण नहीं दिखाई देते है, और जो लीवर (यकृत) कैंसर का मूल कारण है, जिससे प्रतिवर्ष लगभग १३ लाख लोगो की मृत्यु हो जाती हैं।

एपिडेमियोलॉजिस्ट नीलम प्रताप सिंह ने बताया कि विश्व हेपेटाइटिस दिवस के लिए 28 जुलाई की तारीख का चयन इसलिए किया गया था, क्योंकि इस दिन नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक डॉ बारुख ब्लंबरबर्ग का जन्मदिन है, जिन्होंने हेपेटाइटिस बी वायरस (एचबीवी) की खोज की एवं वायरस के लिए नैदानिक परीक्षण और टीका विकसित किया था।

बीकानेर : बाल श्रम उन्मूलन के लिए फैक्ट्रियों का किया औचक निरीक्षण

बीकानेर Abhayindia.com बाल श्रम उन्मूलन के लिए गठित जिला स्तरीय टीम की ओर से मंगलवार को बीछवाल औद्योगिक क्षेत्र में विभिन्न फेक्ट्रियों का निरीक्षण किया गया। जिला स्तरीय टीम के प्रभारी अरविन्द सिंह सेंगर सदस्य किशोर न्याय बोर्ड न्यायपीठ बीकानेर के नेतृत्व में फैक्ट्रियों का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान फैक्ट्री मालिकों को निर्देश दिए गए कि वह किसी भी नाबालिग बालक को कार्य पर नहीं रखेगे। अगर रखते है तो उनके ऊपर कानूनी कार्यवाही की जाएगी। फैक्ट्री मालिकों को फैक्ट्री के प्रवेश द्वार पर बाल श्रम नहीं करवाने का बोर्ड लगाने के भी टीम ने निर्देश दिए थे, औचक निरीक्षण के दौरान किसी भी फैक्ट्री में मौके पर बाल श्रमिक नहीं मिले। संदिग्ध पाए गए बच्चों के दस्तावेजों की जांच की गई।

फैक्ट्री मालिकों से वचन-पत्र भरवाए गए। इसमें उन्होंने वचन दिया की 18 वर्ष से कम उम्र के बालक या बालिका को काम पर नहीं रखेगे। टीम में जुगल किशोर व्यास सदस्य बाल कल्याण समिति न्याय पीठ बीकानेर, नरेन्द्र सिंह मानव तस्करी विरोधी प्रकोष्ठ बीकानेर, सुमन मेहरा आउट रीच वर्कर जिला बाल संरक्षण इकाई बाल अधिकारिता विभाग मौजूद थे।

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