Saturday, April 27, 2024
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गोचर को लेकर पूर्व मंत्री भाटी ने फिर चढ़ा ली बांहें, 1 जुलाई को आमरण अनशन, कहा- वार्ता पर एक कदम भी नहीं चला सिस्‍टम…

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बीकानेर Abhayindia.com गोचर के मामले को लेकर पूर्व सिंचाई मंत्री देवी सिंह भाटी ने एक बार फिर अपनी बांहें चढ़ा ली है। पूर्व मंत्री भाटी ने “अभय इंडिया” को बताया कि प्रदेश स्तरीय कमेटी से वार्ता के बाद भी प्रशासनिक अमला एक कदम भी आगे नहीं बढा है। इसलिए वे 1 जुलाई को सुबह 10.15 बजे शरह नथानियान गोचर भूमि, मुरलीधर व्यास नगर को पास आमरण अनशन पर बैठेंगे। वहीं, गौभक्‍त धरने पर बैठेंगे।

उन्‍होंने बताया कि शरह नधानियान गोचर भूमि में वर्ष 2012 में पट्टी पेड़ा (बिल्डिंग मैटीरियल) के लिए भूमि आवंटित की गई थी। इसके विरोध में जिला स्तर पर धरना देने के बाद प्रशासन से 15.07.2012 को लिखित समझौता हुआ था। जिसके बाद पत्थर मंडी (बिल्डिंग मेटोरियल) का स्थान गोचर में से निरस्त कर दिया गया था। लेकिन, रिकॉर्ड में आज भी भूमि पत्थरमंडी के नाम इंतकाल चढा हुआ है, इसे निरस्त नहीं किया गया है। इसी तरह शरह नधानियान गोचर भूमि बीकानेर में गोचर भूमि के मध्य फील्ड फायरिंग रेंज की शाखा चल रही है जिसके कारण गौधन व पशुपालकों को जान का खतरा होने के कारण इसे अन्यत्र स्थापित करना था। इन बिन्दुओं पर 24.02.2022 को जिला प्रशासन बीकानेर से मौखिक के साथ ही राज्य सरकार के प्रमुख शासन सचिव गृह , प्रमुख शासन सचिव राजस्व प्रमुख शासन सचिव ग्रामीण विकास विभाग से वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग से वार्ता के बाद सभी बिन्दुओं पर शीघ्र आवश्यक कार्यवाही करने का लिखित समझौता हुआ था। इसके बाद 09.05.2022 को प्रदेश स्तरीय कमेटी द्वारा हमारे से सभी बिन्दुओं पर वार्ता कर राजस्थान की। सभी गौचर, औरण, चारागाह, तालाब, पायतन भूमि का सर्वेक्षण कर सुरक्षित व संरक्षित करने का आश्वासन दिया गया था। राज्य मंत्रीमण्डलीय निर्णय को जिसमें जनहित में गोचर भूमि अवाप्त कर अन्यत्र भूमि देने का प्रावधान है उसे भी निरस्त करने का अनुरोध किया था। प्रदेश में सर्वे सेटलमेंट के समय भूल से रिकॉर्ड में दर्ज होने से वंचित गोचर, औरण, चारागाह, तालाब व पायतन भूमि को रिकॉर्ड में दर्ज करने के साथ ही बीकानेर का स्थानीय मुद्दा पत्थर मंडी के नाम आंवटित भूमि को पुनः गोचर के नाम रिकॉर्ड में दर्ज करने, गोचर भूमि में स्थित फील्ड फायरिंग रेन्ज को अन्यत्र स्थापित करने पर सहमति बनने के साथ ही शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया गया लेकिन अभी तक 9 मई 2022 को हुई बैठक के विवरण की प्रति भी नहीं भेजी गई हैं।

पूर्व मंत्री भाटी ने कहा कि बड़े खेद की बात है कि प्रदेश स्तरीय कमेटी से वार्ता के बाद भी इतना लम्बा समय व्यतीत होने के बाद भी प्रशासनिक अमले द्वारा उस ओर एक कदम भी आगे नहीं बढ़ाने के कारण 1 जुलाई 2022 की सुबह 10.15 बजे श्री नथानियान गोचर भूमि, मुरलीधर व्यास नगर को पास में गो भक्त धरने पर बैठेंगे, वहीं मैं आमरण अनशन पर बैठूंगा।

संपादकीय : “अभय इंडिया” की स्‍थापना का बेमिसाल एक दशक, निष्‍पक्ष पत्रकारिता के बूते किया 11वें वर्ष में प्रवेश…

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