Monday, April 29, 2024
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चुन्नीलाल सोमानी राजस्थानी कथा पुरस्कार भरत ओला को, उपन्यास नाॅट रिचेबल पर मिलेगा, समारोह 26 को

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श्रीडूंगरगढ़ Abhayindia.com चतुर्थ चुन्नीलाल सोमानी राजस्थानी कथा पुरस्कार-2023 रविवार को समारोह पूर्वक राजस्थानी कथाकार भरत ओला को प्रदान किया जाएगा। पुरस्कार के अन्तर्गत उन्हें 31 हजार रुपये की नकद राशि प्रदान की जाएगी।

पुरस्कार समिति के वरिष्ठ सदस्य ताराचंद इन्दौरिया ने बताया कि इस बार राजस्थानी उपन्यास विधा पर यह पुरस्कार दिया जा रहा है, आई हुई 17 प्रविष्टियों में भरत ओला के उपन्यास नाॅट रिचेबल का चयन निर्णायकों द्वारा किया गया। ओला को नकद राशि, सम्मान पत्र तथा शाॅल आदि के साथ यह पुरस्कार समर्पित किया जाएगा।

पुरस्कार समिति के संयोजक डाॅ चेतन स्वामी ने बताया कि इस वर्ष इस पुरस्कार के लिए विगत दस वर्षों में प्रकाशित उपन्यास आमंत्रित किए गए थे। पुरस्कार समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर के अध्यक्ष दूलाराम सारण होंगे, वहीं मुख्य वक्ता केन्द्रीय साहित्य अकादमी से समादृत साहित्‍यकार मालचंद तिवाड़ी तथा विशिष्ट अतिथि व्यंग्यकार शंकरसिंह राजपुरोहित होंगे। अध्यक्षता राजस्थानी अकादमी बीकानेर के पूर्व अध्यक्ष श्याम महर्षि करेंगे। पुरस्कार प्रायोजक उद्योगपति लक्ष्मीनारायण सोमानी ने बताया कि उनका ट्रस्ट इनलैंड सोमानी फांऊडेशन राजस्थानी भाषा, साहित्य, संस्कृति के उत्थान हेतु सदैव प्रतिबद्ध है, पुरस्कार के अलावा भी राजस्थानी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए ट्रस्ट प्रयासरत रहता है।

आपको बता दें कि भरत ओला राजस्थानी के प्रसिद्ध रचनाकार हैं। 6 अगस्त 1963 को गांव- भिरानी (भादरा) में जन्मे भरत ओला के राजस्थानी में चार कथा संग्रह तथा चार ही उपन्यास प्रकाशित हैं। उनका पुरस्कृत उपन्यास *नाॅट-रिचेबल* उन माता-पिताओं के दारुण हालात को बयान करता है, जिनके बेटे विदेश चले जाते हैं और वे वहीं के होकर रह जाते हैं। वे हथाई नामक प्रसिद्ध कथा पत्रिका के संपादक भी रहे हैं। साहित्य अकादेमी, दिल्ली सहित उन्हें बीस से अधिक पुरस्कार विभिन्न कृतियों पर प्राप्त हो चुके हैं। उन्होंने राजस्थानी भाषा की संवैधानिक मान्यता के लिए लम्बा संघर्ष किया है। वर्तमान में आप राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर के उपाध्यक्ष पद पर आसीन हैं।

उल्लेखनीय है कि श्री चुन्नीलाल सोमानी कथा पुरस्कार पूर्व में कथाकार ओमप्रकाश भाटिया, सत्यदीप तथा शंकरसिंह राजपुरोहित को प्राप्त हो चुका है। पुरस्कार समारोह 26 नवम्बर को प्रातः 11 बजे राष्ट्र भाषा हिन्दी प्रचार समिति के प्रांगण में आयोजित होगा।

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