










नई दिल्ली Abhayindia.com दिल्ली विधानसभा चुनाव-2025 के लिए मतगणना का दौर चल रहा है। इसके शुरूआती रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बढ़त हासिल कर ली है। शुरुआती रुझानों में दिल्ली की कुल 70 सीटों में से बीजेपी 43 और आप 26 सीटों पर आगे चल रही है। नई दिल्ली विधानसभा सीट पर बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा आगे चल रहे हैं, आप के अरविंद केजरीवाल पीछे चल रहे हैं।
आपको बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और बीजेपी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। इस चुनाव में कुछ क्षेत्रीय दल की अपनी किस्मत अजमा रहे हैं। दिल्ली में आम आदमी पार्टी जीत की हैट्रिक लगाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हैट्रिक के लिए आप पार्टी जनता के लिए लोक लुभावन वादे भी कर रही है। आप पार्टी ने महिला सम्मान योजना, संजीवनी योजना समेत कई योजनाओं का ऐलान किया है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी ने एंटी इनकंबेंसी को देखते हुए कई विधायकों की सीट भी बदली है और कई मौजूदा विधायकों का टिकट भी काटा है।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने 2013 में विधानसभा चुनाव लड़ा था। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा लेकिन नतीजे चौंकाने वाले सामने आए थे। किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था। आप पार्टी ने पहले चुनाव में 28 सीटों पर जीत हासिल की थी और कांग्रेस ने 8 सीटें जीती थी, जबकि बीजेपी 32 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। इसके बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने मिलकर सरकार बनाई। आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया। हालांकि यह सरकार ज्यादा दिन नहीं चल पाई थी और 49 दिन बाद ही कांग्रेस ने समर्थन वापस ले लिया, फिर केजरीवाल सरकार गिर गई।
आम आदमी पार्टी ने 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल की थी और बहुमत हासिल कर अपनी सरकार बनाई। दिल्ली चुनाव 2015 में आम आदमी पार्टी ने 67 सीटों पर जीत हासिल की थी और बीजेपी को महज तीन सीट मिली थी। कांग्रेस इस चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। वहीं विधानसभा चुनाव 2020 में आम आदमी पार्टी को 62 सीट मिली, जबकि बीजेपी ने 8 सीट पर जीत हासिल की थी। इस चुनाव में भी कांग्रेस ने एक भी सीट नहीं जीती थी। साल 2015 और 2020 के चुनाव में कांग्रेस का खाता नहीं खुला था।
भाजपा उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी कहते हैं, ”केजरीवाल दो बार जीते क्योंकि उन्होंने मुफ्त चीजें बांटी और झूठे वादे किए। लेकिन पिछले 10 सालों में उनकी पोल खुल गई। अगर कालकाजी के लोग विकास चाहते हैं, तो वे आतिशी को विदाई देंगे। यह बढ़त (कालकाजी से) कालकाजी के लोगों का आशीर्वाद है।
दिल्ली की सीएम आतिशी और कांग्रेस नेता अलका लांबा, जो कालाकाजी सीट से एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं, महारानी बाग मतगणना केंद्र पर मौजूद हैं। आप नेता और दिल्ली की सीएम आतिशी और कांग्रेस की अलका लांबा यहां भाजपा के रमेश बिधूड़ी से पीछे चल रही हैं।





