Thursday, May 16, 2024
Hometrendingमौसमी बीमारियों का अटैक :  चिकित्साकर्मियों को बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ने...

मौसमी बीमारियों का अटैक :  चिकित्साकर्मियों को बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

जयपुर Abhayindia.com अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य शुभ्रा सिंह ने कहा कि विगत कुछ दिनों में मौसमी बीमारियों के मामले बढ़े हैं, ऐसे में प्रदेशभर में जांच, उपचार एवं रोकथाम सहित अन्य सभी व्यवस्थाओं का माकूल इंतजाम हो। इसमें किसी स्तर पर लापरवाही नहीं हो। उन्होंने मौसमी बीमारियों के दृष्टिगत चिकित्साकर्मियों को बिना अनुमति मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश दिए हैं।

सिंह गुरूवार को स्वास्थ्य भवन में वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से मौसमी बीमारियों की स्थिति की समीक्षा कर रही थीं। उन्होंने सभी संभागों के संयुक्त निदेशक तथा जिला स्तर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों से मौसमी बीमारियों की स्थिति की जानकारी ली और रोकथाम एवं नियंत्रण के संबंध में दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में मौसमी बीमारियों के केस ज्यादा हैं, वहां स्थिति नियंत्रण में आने तक संबंधित संयुक्त निदेशक का मुख्यालय उसी जिले में रहेगा। संबंधित संयुक्त निदेशक इन जिलों में प्रभावी माॅनिटरिंग करने के साथ ही सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे।

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बैठक में निर्देश दिए कि अधिकारी मौसमी बीमारियों के उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में तक पर्याप्त इंतजाम सुनिश्चित करें, ताकि जिला अस्पतालों में मरीजों का दबाव कम हो और अस्पतालों में बैड की कमी नहीं रहे। पर्याप्त मात्रा में जांच किट एवं दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि मलेरिया, डेंगू सहित अन्य मौसमी बीमारियों के पॉजिटिव केस पाए जाने पर संबंधित क्षेत्र में निर्धारित प्रोटोकॉल अनुसार सभी गतिविधियां सुनिश्चित की जाएं। वार्डवार पायरेथ्रम स्प्रे का छिड़काव एवं फोगिंग नियमित रूप से करवाई जाए।

सिंह ने कहा कि मौसमी बीमारियों से मृत्यु संबंधी मामलों का गहन अध्ययन किया जाए और बचाव एवं उपचार के लिए प्रभावी रणनीति तैयार करें। श्रीमती सिंह ने मौसमी बीमारियों से बचाव एवं रोकथाम के लिए एडवाइजरी जारी करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि आमजन में मौसमी बीमारियों से बचाव संबंधी जन-चेतना जागृत करने के लिए आवश्यक प्रचार-प्रसार एवं जागरूकता गतिविधियां बढ़ाई जाएं। इन गतिविधियों में आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों की पूर्ण पालना सुनिश्चित की जाए।

बैठक में अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश शर्मा, स्टेट नोडल ऑफिसर डॉ. निर्मला शर्मा सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular