Monday, April 29, 2024
Hometrendingमहिला डॉक्टर को प्रताड़ित करने के विरोध में बीकानेर में सभी प्राइवेट...

महिला डॉक्टर को प्रताड़ित करने के विरोध में बीकानेर में सभी प्राइवेट चिकित्सा संस्थान एवं लैब बंद रहे

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

बीकानेर Abhayindia.com दौसा के लालसोट में प्रसूता की इलाज के दौरान मृत्यु के बाद प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. अर्चना शर्मा को स्थानीय प्रशासन, मरीज के परिजनों, राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रताड़ित एवं ब्लैकमेल करने और पुलिस द्वारा गैरकानूनी रुप से धारा 302 मे मुकदमा दर्ज करने के बाद डॉक्टर द्वारा सुसाइड कर लेने के विरोध में बीकानेर के सभी चिकित्सक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया।

चिकित्‍सकों के शिष्‍टमंडल ने जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद को मुख्यमंत्री के नाम आरोपियों पर तुरंत कारवाई करने एवं गिरफ्तार करने के लिए ज्ञापन दिया। आइएमए बीकानेर अध्यक्ष डॉ नवलकिशोर गुप्ता एवं सचिव डॉ विकास पारीक ने जिला कलेक्टर को घटनाक्रम बताते हुए चिकित्सकों मे व्याप्त रोष को जताया तथा आरोपियों को जल्दी गिरफ्तार करने की मांग की। आइएमए प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. अबरार पँवार ने बताया कि इलाज के दौरान डॉक्टर द्वारा गंभीर मरीजों को बचाने की भरसक कोशिश की जाती है लेकिन किसी मरीज की मौत के लिए डॉक्टर को हत्या का आरोपी घोषित नहीं किया जा सकता है।

अरिस्दा बीकानेर सचिव डॉ. सीएस मोदी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बावजूद लालसोट पुलिस द्वारा धारा 302 मे हत्या के आरोप मे मुकदमा दर्ज करने के कारण प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ अर्चना शर्मा ने अत्यधिक तनाव और दबाव के कारण आत्महत्या जैसा कदम उठाया जो कि स्वस्थ एवं सभ्य समाज पर कलंक है। सेवारत चिकित्सक संघ प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. राहुल हर्ष ने बताया कि आए दिन मरीज के परिजनों की आड़ में समाजकंटक लोग डॉक्टर को परेशान करते हैं और मुवावजे दिलाने के नाम पर मरीज के परिजनों को गुमराह करते हैं जिससे चिकित्सक के द्वारा स्वस्थ वातावरण में मरीजों को सेवाएं देना मुश्किल हो गया है। ऐसी घटनाओं से डॉक्टर मरीज संबंध भी प्रभावित होते हैं और इलाज की गुणवत्ता पर भी इसका असर पड़ता है और गंभीर मरीजों के इलाज करने के मामले में चिकित्सकों पर नकारात्मक असर पड़ता है।

आइएमए जोनल एक्सीक्यूटिव डॉ सुनील हर्ष ने बताया कि घटना के विरोध में आक्रोश स्वरूप जिले के सभी सरकारी चिकित्सा संस्थानों पीएचसी, सीएचसी, जिला अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज व पीबीएम अस्पताल के रेजिडेंट सहित सभी चिकित्सकों ने काली पट्टी बांधकर कार्य किया तथा दो घंटे कार्य बहिष्कार किया। मेडिकल प्रेक्टिशनर सोसायटी से डॉ दीप्ती वहल, डॉ नवनीत सुथार, डॉ जितेंद्र नागल, डॉ शशि सुथार, डॉ अरुण तुनगरिया, डॉ शेफाली दाधीच, डेंटल एसोसिएशन से डॉ पुनीत कालरा, डॉ मनोज सांवल मौजूद रहे।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular