बीकानेर abhayindia.com पर्वतारोही मगन बिस्सा के असामयिक निधन पर आज बीकानेर ने अपने लाडले को श्रद्धांजलि अर्पित की, धरणीधर सभागार में आयोजित जन श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बीकानेर अधिस्ठाता संवित सोमगिरि जी महाराज ने कहा कि मनुष्य जीवन सिर्फ पैदा होने और मौत को प्राप्त हो जाना ही नही है मनुष्य जीवन जीते हुए वृति को जीतना ही सार्थकता है और मगन बिस्सा इसके परिचायक है।
गृहस्थ आश्रम में रहते हुए परोपकार के मार्ग पर चलते हुए संन्यासी जीवन जीना मगन बिस्सा को एक सच्चा साधक बना जाती है आज जरूरत उनके लिए मार्ग बनाने या पार्क बनाने की नही बल्कि इस शहर से अब और नए मगन बिस्सा पैदा करने की है। यही उस पुण्यात्मा को श्रद्धांजलि है| सोमगिरि जी ने विस्तार से मानुष्य जीवन की बाते बताते हुए कहा कि संन्यासी को कभी शोक नही होता लेकिन मगन बिस्सा का व्यवहार और स्नेह था जो सन्यासियों को भी विचलित कर गया।
भारत की पहली महिला एवरेस्ट विजयनी पर्वतारोही सुश्री बछेंद्री पाल ने कहा कि 1982 में वे मगन बिस्सा से मिली और उनको देखते ही अहसास हो गया कि यही व्यक्ति है जो जमीन से जुड़ा है और बहुत कुछ इस क्षेत्र में कर सकता है। तब मैंने जाकर मगन बिस्सा से कहा कि में तुम्हे अपना भाई बनाना चाहती हूँ और तब से लेकर आज तक 38 साल के सफर में मुझे कभी कोई तकलीफ नही हुई और मेरी हर समस्या का एडवेंचर की हर बारीकी का ज्ञान मुझे मगन बिस्सा से मिला। यह बहुत पीड़ादायक पल है मुझे आज इस कार्यक्रम में आना बहुत अखर रहा है कि यह दिन मुझे देखना पड़ेगा यह सोचा नही था। मगन बिस्सा कई संघर्षो से निकले व्यक्तित्व है उनको और उनके कार्यो को बनाये रखना श्रद्धांजलि है।
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश सदस्य कामिनी भोजक ने शब्दाजंलि अर्पित करते हुए कहा कि मगन बिस्सा एक सच्चे कर्मयोगी थे जिस तरह गीता में कर्म को ही सबसे अधिक प्रभावी बताया गया है ठीक उसी तर्ज पर बिस्सा अंतिम समय तक अपने कर्म क्षेत्र में डटे रहे उनके जीवन को इन पंक्तियों से श्रधांलजी अर्पित करती हूं कि…
कांग्रेस जिला अध्यक्ष की तरफ से प्रतिनिधित्व करते हुए प्रवक्ता नितिन वत्सस ने बीकानेर शहर कांग्रेस का शोक पत्र पढ़ते हुए कहा कि आज बीकानेर ने अपना वीर सपूत खोया है । बीकानेर से मगन बिस्सा की पहंचान नही बल्कि मगन बिस्सा से बीकानेर की पहंचान बनी सीमित साधनों से हर कार्य को श्रेष्ठतम करना मगन बिस्सा जी को आता था उनका निधन अपूरणीय क्षति है।
एडवेंचर फाउंडेशन के सचिव आर के शर्मा ने कहा कि मगन बिस्सा जी में हर समय इस बात का जुनून रहता कि कितने अधिक बच्चों को इस क्षेत्र में जोड़कर पारंगत किया जा सकता है उनका मानना था कि एडवेंचर ना सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक विकास भी बढ़ाता है। मगन बिस्सा के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डालते हुये पायोनियर नरेश अग्रवाल ने श्रद्धांजलि अर्पित की।