Monday, April 29, 2024
Hometrending“मुख्यमंत्री की बेटी के साथ फौजी ने किया बलात्कार' की  तख्ती गले...

“मुख्यमंत्री की बेटी के साथ फौजी ने किया बलात्कार’ की  तख्ती गले में लटकाकर विधानसभा में पहुंच गए थे देवी सिंह भाटी, ऐसी रही अदावत…

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

बीकानेर (आचार्य ज्योति मित्र) पूर्व सिंचाई मंत्री देवी सिंह भाटी ने नहर बंदी के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय के दबाव में बीकानेर जैसलमेर को बाईपास कर  जोधपुर को पहले पानी देने के सिंचाई विभाग के निर्णय के बाद जोधपुर लिफ्ट  हैड वर्क्स पर कब्जा करने का ऐलान क्या किया नहर प्रशासन व सरकार दबाव में आ गई। आनन-फानन में तीन पम्प खोलकर शोभासर जलाशय के लिए पानी छोड़ना पड़ा। एक दिन पहले ही भाटी ने कहा था कि मुख्यमंत्री कार्यालय के दबाव में सिंचाई विभाग के अफसरों ने यह निर्णय लेकर बीकानेर, जैसलमेर व  नागौर की जनता के साथ इस गर्मी के मौसम में बहुत बड़ा खिलवाड़ किया है इसलिए 30 मई को अपने समर्थकों के साथ जोधपुर लिफ्ट के हैड पर कब्जा करेंगे। भाटी ने सीधे-सीधे मुख्यमंत्री पर हमला किया था इससे पहले भी भाटी राजस्थान के  कई मुख्यमंत्रियों से दो-दो हाथ कर चुके हैं।

एक घटना को याद करते हुए भाटी के करीबी रामकिशन आचार्य बताते हैं कि वह 80 का दौर था देवी सिंह भाटी नए नए विधायक बने थे। उन्हीं दिनों सिक्ख रेजीमेंट अभ्यास के लिए बीकानेर आई हुई थी। इस रेजिमेंट के कुछ सिपाहियों ने खारा गांव में एक राजपूत महिला के साथ ज्यादती की ये पहली घटना थी। उन्हीं दिनों जिला परिषद के पीछे रहने वाली एक अनुसूचित जाति की बालिका इस सिख रेजीमेंट के क्वार्टरों में साफ-सफाई का काम करती थी उसके साथ भी बलात्कार हुआ। बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई। विधानसभा का सत्र चल रहा था भाटी जयपुर में थे उनके पास बीकानेर से समाचार आने लगे की बलात्कार की घटनाओं से बीकानेर का आमजन विशेषकर अनुसूचित जाति के लोग बहुत डरे हुए है। भाटी ने घटना की तथ्य पूर्ण जानकारी जुटाई। अगले दिन जब वे विधानसभा पहुंचे तो उनके गले में तख्ती थी जिस पर लिखा हुआ था  मुख्यमंत्री शिव चरण माथुर की बेटी मंजू के साथ फौज के सिपाहियों द्वारा बलात्कार ‘।  भाटी के सदन में आने के साथ ही कांग्रेस के सदस्यों की भाटी व उनके गले में लटकी तख्ती की इबारत पर नजर पड़ी। वे अपनी सीटों से उठकर हंगामा करने लगे कांग्रेसी सदस्य भाटी को विधानसभा से बर्खास्त कर उनकी सदस्यता समाप्त करने की मांग करने लगे। विधानसभा में जैसे भूचाल आ गया था । तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष पुनमचंद विश्नोई पर कांग्रेसी विधायक मुख्यमंत्री शिवचरण माथुर को खुश कर मंत्री पद पाने के लिए दबाव बनाने लगे । दर्शक दीर्घा में बैठे लोग भी इधर-उधर भागने लगे उस समय के अखबारों के रिपोर्टर इस हंगामे को अपने कैमरों में कैद करने की जद्दोजहद में लगे रहे। इस शोर-शराबे के बीच ही भाटी ने कहा कि इस  राज्य में रहने वाला हर पुरुष मुख्यमंत्री के बेटे के समान हैं तो वही महिला भी मुख्यमंत्री की बेटी के समान हैं। यदि किसी महिला के साथ बलात्कार होता है तो तो वह एक तरह से मुख्यमंत्री की बेटी के साथ ही बलात्कार है। भाटी का कहना था कि उन्होंने कुछ गलत नहीं लिखा है।

एडवोकेट समुद्र सिंह भाटी बताते हैं कि हंगामे की भेंट चढ़ी विधानसभा में एक ही स्वर सुनाई दे रहा था की भाटी को बर्खास्त कर उनकी सदस्यता समाप्त की जाए। उस दिन जो विधानसभा में बैठे थे उनको लग रहा था की भाटी की सदस्यता जाने ही वाली है। उसी समय पूर्व मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी अपने विधायकों से यह कहते हुए सुने गए की भाटी को बर्खास्त कर सदस्यता समाप्त करने की गलती मत कर बैठना यह आज जो अनजान चेहरा है वह कल का हीरो बन जाएगा कुछ समझो। उस समय के विपक्षी दल के नेता भैरोसिंह शेखावत ने भाटी के पक्ष में मोर्चा संभाला। विधानसभा में बहस के दौरान उन्होंने भाटी को अपने चेंबर में बिठा दिया व भाटी  के दिए गए तर्कों के साथ ही बहस को आगे बढाया। लंबी बहस व वाद विवाद के बाद भाटी को 7 दिन के लिए विधानसभा से निलंबित कर दिया गया था । उस दौर के अखबारों में एक पखवाड़े तक यही हैडलाइन  बनी रही। जवानाराम नायक कहते है आज अपने आपको  दलितों का नेता बताने वालों की होड़ मची हुई है। अपने स्वार्थों के लिए दलितों का इस्तेमाल करते है, लेकिन एक गरीब सफाईकर्मी बालिका के साथ दुराचार के विरोध में मुख्यमंत्री से दो-दो हाथ करने का जो माद्दा देवी सिंह भाटी के पास है वो अन्य किसी के पास नहीं। भाटी ने सफाईकर्मी बालिका के इस मुद्दे को जिस स्तर पर उठाया था उससे उन फौजियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कार्रवाई हुई ।

बहरहाल, बीकानेर के लोगों की आवश्यकता को दरकिनार कर जोधपुर पहले पानी भेजने के मुद्दे पर भाटी एक बार फिर सरकार के मुखिया से दो-दो हाथ करने के मूड में थे लेकिन पहले से ही कई मोर्चों पर घिरी सरकार ने शोभासर जलाशय में पानी छोड़ एकबारगी भाटी के तेवरों को शांत कर दिया है । उधर, सोशल मीडिया पर बीकानेर के भाजपा नेताओं व कांग्रेस के मंत्रियों को लोग आड़े हाथों ले रहे हैं।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular