Tuesday, May 7, 2024
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बीकानेर : वैक्सीन पेटेंट के विरोध में स्वदेशी जागरण मंच ने शुरू किया हस्ताक्षर अभियान, देखें वीडियो…

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बीकानेर Abhayindia.com कोरोना संक्रमण की चिकित्सा व रोकथाम के लिए दवाइयां व टीकों पर बड़ी कम्पनियां ने पेटेंट कर रखा है।

Preview YouTube video वैक्सीन के पेटेंट को लेकर स्वदेशी जागरण मंच ने शुरू किया ये अभियान…

इसके चलते यह सबको सुलभ नहीं हो पा रहे हैं। सस्ता व सर्व सुलभ कराने के लिए भारत के लोगों की ओर से इन टीकों व दवाओं को पेटेंट मुक्त कर इनकी तकनीक के हस्तांतरण के लिए एक सघन अभियान ‘वैश्विक सर्व सुलभ टीकाकरण एंव चिकित्सा अभियान’ चलाया जा रहा है।

इस संबंध में मंगलवार को हुए संवाददाता सम्मेलन में स्वदेशी जागरण मंच बीकानेर महानगर के सह संयोजक आदित्य बिश्नोई ने बताया कि यद्यपि कोविड के इलाज से सम्बंधित कई दवाओं का स्थानीय उत्पादन हो रहा है, लेकिन समस्या की गंभीरता के कारण बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए उपलब्ध मात्रा अपर्याप्त है।

इजरायल, अमेरिका, इंग्लैंड आदि जिन 6 देशों की वयस्क जनसंख्या का टीकाकरण हो गया है वहाँ कोरोना संकट लगभग समाप्त हो गया है। इसलिए भारत सहित विश्व की समग्र वयस्क जनसंख्या (लगभग 600 करोड़) का तत्काल टीकाकरण आवश्यक है। इसके लिए स्वदेशी जागरण मंच ने कोविड के टीकों व औषधियों को पेटेंट मुक्त कर इनकी टेक्नालॉजी इनके उत्पादन में सक्षम सभी दवा उत्पादकों को सुलभ कराने की मांग करते हुए जन जागरण अभियान छेड़ा है।

इसके तहत देश भर में व देश के बाहर भी टीकों व औषधियों की सर्व सुलभता केे लिए ‘युवम’ के नाम से यह अभियान चल रहा है। इसमें आनलाईन हस्ताक्षर अभियान सहित वेबिनार, गोष्ठियों, प्रदर्शन, सम्पर्क प्रचार की प्रक्रिया चल रही है। स्वदेशी जागरण मंच जोधपुर प्रान्त के कोष प्रमुख प्रमेश अग्रवाल ने बताया कि भारत में भी कम से कम 70 प्रतिशत जनसंख्या के टीकाकरण के लिए लगभग 200 करोड़ खुराक की आवश्यकता है।

इस बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए इनकी प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण की सुविधा और इनके पेटेंट और व्यापार रहस्य सहित बौद्धिक संपदा अधिकार सम्बन्धी बाधाओं को दूर करने के लिए अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर उपाय करने होंगे।

विविध समाजिक, संस्कृतिक व सभी प्रकार के संगठनों, शिक्षण संस्थानों, प्रबुद्ध जनों शिक्षाविदों, न्यायाधीशों और सभी व्यक्तियों से सहयोग लिया जा रहा है। 28 मई को इस संबंध में एक अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन रखा गया था।

भारत सरकार ने दक्षिण अफ्रीका के साथ, बीते साल अक्टूबर में ही इन्हें पेटेंट मुक्त करने का विश्व व्यापार संगठन में जो ट्रिप्स समझौते से छूट का प्रस्ताव रखा उसका 120 देशों ने अब तक समर्थन कर दिया है। इस प्रस्ताव का विरोध कर रहे देशों,कम्पनियों,व्यक्ति समूहों से मंच पुरजोर आग्रह करता हैं कि मानवता के हित में वे अविम्लब इसका विरोध बन्द करें।

मंच के पदाधिकायिों ने मांग उठाई है कि सरकार पेटेंट धारकों से इतर भी अन्य सभी दवा निर्माताओं को वैक्सीन व दवाईयां को बनाने का अधिकार, आवश्यक प्रौद्योगिकी व उत्पादन सामग्री की उपलब्धता के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए।

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