बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। प्रदेश को मिलावटखोरी से मुक्त बनाने का आव्हान कर चुके मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा को भांप कर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने मिलावटखोरों पर शिंकजा कसने के लिये बड़ी कार्ययोजना बनाई है। इसके तहत मुखबिर योजना के बाद अब हैल्पलाईन आईडी भी जारी की गई, जिसमें आमजन मिलावटखोरी पर लगाने के लिये सुझाव देने के अलावा मिलावटखोरों के ठिकानों की जानकारी दी जा सकेगी। आईडी के जरिये मिलावटखोरों के बारे में पुख्ता सूचना हासिकल करने के बाद उनके खिलाफ सर्जिकल स्ट्राईक अंदाज में कार्यवाही जायेगी।
जानकारी में रहे कि बीकानेर शहर पश्चिम राजस्थान में मिलावटखोरी का सबसे बड़ा केन्द्र है। यहां देशी घी, मावा, दूध, खाद्य तेल, मिर्च–मसालों में बड़े पैमाने पर मिलावटखोरी होती है। देशी घी माफियाओं ने यहां बड़ा नेटवर्क बना रखा है। शहर में ऐसे अनेक ठिकाने और फैक्ट्रिया चल रही है जहां भारी मात्रा में मिलावटी देशी–घी तैयार होता है। यह भी पुख्ता खबर है कि मिलावटखोरी के खिलाफ चलाये जाने वाले अभियान की रूपरेखा में भी बीकानेर में खास फोकस रखा गया है।
अभियान के लिये चिकित्सा एवं स्वास्थ विभाग मुख्यालय में गठित विशेष टीमों को मिलावटखोरों के ठिकानों पर कार्यवाही के लिये भेजा जायेगा। यह टीमें जिला मुख्यालय पर विभागीय अधिकारियों को सूचना दिये बगैर छापामार अंदाज में कार्यवाही कर मिलावटखोरों की धरपकड़ करेंगे।