बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। श्रीकृष्ण माहेश्वरी मण्डल के तत्वावधान में आयोजित 34वाँ सेठ गिरधरदास जगमोहनदास मूंधड़ा जिला स्तरीय मेधावी छात्र–छात्राओं का पुरस्कार सम्मान समारोह गजनेर रोड स्थित लक्ष्मी हैरिटेज में उल्लासपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ।
मण्डल के मीडिया प्रभारी पवन राठी ने बताया कि जिला स्तरीय आयोजित सम्मान समारोह का आगाज विद्या की देवी माँ सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण व द्वीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। मण्डल के मंत्री गोपाल कृष्ण मोहता ने बताया कि सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि आर. के. सेठिया (महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र, बीकानेर), कार्यक्रम की अध्यक्षता नापासर के समाज सेवी दामोदर झंवर व स्वागत अध्यक्ष शशि मोहन मूंधड़ा (उद्योगपति व समाजसेवी) व मुख्यवक्ता के रूप में डॉ. चन्द्रशेखर श्रीमाली (कैरियर काउन्सलर) उपस्थित हुए।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मण्डल अध्यक्ष नारायण बिहाणी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए मण्डल की गतिविधियों पर प्रकाश डाला व मण्डल द्वारा आगामी शताब्दी वर्ष समारोह मनाये जाने की जानकारी दी। मण्डल के शिक्षामंत्री मनोज बिहाणी के अनुसार सम्मान समारोह में श्रीडूंगरगढ़, बीकानेर, नोखा, नापासर, लूणकरणसर, खाजूवाला आदि के मेधावी छात्र–छात्राओं को सैकेण्डरी, सीनियर सैकेण्डरी, स्नातक व स्नातकोत्तर के अलावा प्रोफेसनर कोर्स व केन्द्रीय तथा राज्य स्तरीय, प्रशासनिक, न्यायिक व लेखा सेवाओं में चयनित होने पर 180 मेधावी छात्र–छात्राओं को सम्मानित किया गया।
मण्डल उपाध्यक्ष किसन चाण्डक ने वर्तमान में स्पद्र्धा के युग में शिक्षा के महत्व प्रकाश डाला। मण्डल के बलदेव मूंधड़ा के अनुसार कार्यक्रम के अन्त में आये हुए सभी अतिथियों को मण्डल कार्यकारिणी सदस्यों द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट किये गये। शिक्षामंत्री मनोज बिहाणी सभी अतिथियों एवं बन्धुओं का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर न केवल मण्डल कार्यकारिणी के सदस्य बल्कि स्थानीय माहेश्वरी समाज की विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों के अलावा श्रीडूंगरगढ़, नापासर, खाजूवाला, नोखा, लूणकरणसर के कई गणमान्य माहेश्वरी बंधू उपस्थित थे, जिनमें मुख्य रूप से सुखदेव राठी, नारायण दम्माणी, घनश्याम कल्याणी, श्याम सुन्दर चाण्डक, गोपीकिशन पेडि़वाल, शिव कुमार चांडक, रेखा लोहिया, विभा बिहाणी, निशा झंवर, इन्द्रा राठी, राजेन्द्र चांडक, मनीष मूंधड़ा, मनमोहन लोहिया, प्रोफेसर नृसिंह बिन्नाणी, जगदीश कोठारी आदि उपस्थित थे।
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