बीकानेर abhayindia.com दस-दस के झुंड बनाकर मोबाइल पर अंगुली से पासा चला रहे नौजवान नहीं जानते कि यह पासा खुद हर बार इस महान देश भारतवर्ष के भाग्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। जी हां, हम बात कर रहे हैं बीकानेर शहर की संकरी गलियों में हर नुक्कड़ हर चौराहे पर झुंड बनाकर खेले जा रहे लूडो, कैरम और सांप-सीढ़ी जैसे खेलों की।
हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि नोवल कोरोना वायरस के फैलाव की गति और प्रक्रिया की दृष्टि से ये नादान लोग सोशिएल डिसटेंसिंग के माध्यम से रोग के साथ युद्ध के समूचे राष्ट्रीय मिशन को ही धत्ता बता रहे हैं। पुलिस अपने संख्या बल की न्यूनता के चलते होमगार्ड को साथ जोड़ने के बावजूद पुराने शहर की तंग गलियों तक नहीं पहुंच सकती यह बात स्वीकार करने योग्य है। अभय इंडिया का सुझाव है कि पुलिस प्रशासन इस चुनौती की घड़ी में इन गलियों के ही कुछ चुनिंदा स्वयंसेवकों की सेवाएं लेकर इस प्रवृत्ति पर अंकुश लगाए।