Wednesday, November 13, 2024
Hometrendingकालाबाजारी बढ़ी, दोगुने दामों में बिक रहा पान मसाला

कालाबाजारी बढ़ी, दोगुने दामों में बिक रहा पान मसाला

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

बीकानेर abhayindia.com  राजस्थान सरकार की ओर से पान मसाला में तम्बाकू सहित अन्य हानिकारक तत्वों की जांच के बाद पाबंदी के आदेश जारी होते ही शहर की दुकानों से पान मसाला सहित अन्य तम्बाकू उत्पाद गायब हो गए हैं। लेकिन इसके उलट इन पर कालाबाजारी बढ़ गई है। थोक विक्रेताओं ने डेढ़ से दोगुने तक दाम कर दिए हैं। इसके चलते खुदरा दुकानदारों ने भी दामों में बेहताशा वृद्धि कर दी हैं।  वहीं दुकानदार भी हर किसी को तम्बाकू उत्पाद नहीं बेच रहे हैं। पहले तो वे उपभोक्ताओं को पान मसाला नहीं होने की बात कहते हैँ, लेकिन जब उपभोक्ता अधिक दबाव डालता है तो दुकानदार दुगने दामों में दराज में से पान मसाला निकाल कर दे देता है।

यह न्यूज़ भी पढ़े :  

बीकानेर क्राइम : गुनाहगारी का नमूना दिखाने के लिये चलाई थी मकान पर गोलियां

सरकार के आदेश की आड़ में कालाबाजारी जोरों पर है। दिन भर शहर में दुकानों पर पता किया तो दुकान पर पान मसाला तथा तम्बाकू हटा दिए गए हैं। इधर राज्य सरकार की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों को लेकर दुकानदार ही नहीं चिकित्सा विभाग के अधिकारी भी असमंजस में हैं। अभी तक यह ही साफ नहीं हो पाया है कि जांच किस स्तर पर और किसकी करनी है। इसको लेकर भी दुकानदारों में भ्रम बना हुआ है। इसके चलते किसी भी प्रकार की कार्रवाई से बचने के लिए दुकानदारों ने पान मसाला दुकानों पर प्रदर्शित करना ही बंद कर दिया है।

यह न्यूज़ भी पढ़े :  

आरसीए चुनाव : सोनिया से मिलेंगे रामेश्‍वर डूडी, जोशी पर लगाए गंभीर आरोप

वैभव के लिए जोशी गुट ने ऐसी बनाई क्‍लीन स्‍वीप की रणनीति….

यह है राज्य सरकार के आदेश

राज्य सरकार ने गांधी जयंती पर युवाओं मेंं नशे की लत रोकने के लिए मिलावटी पान मसाला पर प्रतिबंध लगाते हुए इसे खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत जोड़ा है। इसके तहत राज्य में मैग्निशियम कार्बोनेट, निकोटिन, तम्बाकू अथवा मिनर ल ऑयल युक्त पान मसाला एवं फ्लेवर्ड सुपारी का उत्पादन, भण्डारण, वितरण एवं बिक्री पर अधिनियम के तहत प्रतिबंधित किया गया है।

ज्यादात्तर ने कर लिया स्टॉक 
जानकारी के अनुसार ज्यादात्तर  दुकानदारों ने प्रतिबंध लगते ही उनकी कीमत भी बढ़ा दी। प्रतिबंध की घोषणा के बाद ही दुकानदारों ने गुटखा-जर्दा आदि का स्टॉक कर लिया। वे अब उसे दोगुने दाम में बेच रहे हैं। अधिकांश दुकानों पर पहचान वाले ग्राहकों को ही गुटखा दिया। दुकानदार अनजान ग्राहकों को गुटखा देने से कतराते नजर आए।  तबलगारों को कई दुकानों के चक्कर काटने के बाद के बाद दोगुनी कीमत पर गुटखा मिल रहा है। कई तलबगार सुबह उठते ही गुटखा-जर्दा खरीदने के लिए दुकानों के लिए चक्कर काटने लगे। जानकारी के अनुसार प्रतिबंध के बाद अब पांच रुपए में मिलने वाला गुटखा-जर्दा आदि 10 रुपए तक मिल रहा है। वहीं कुछ दुकानदार अपने परिचित ग्राहकों को सात से आठ रूपए में पान मसाला बेच रहे हैं। अनजान ग्राहकों को १५ रुपए में गुटखा बेचा जा रहा है।
Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular