बीकानेर Abhayindia.com पूर्व सिंचाई मंत्री देवी सिंह भाटी ने अब किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर धरने पर बैठने का ऐलान कर दिया है। आपको बता दें कि इससे पहले पूर्व मंत्री भाटी ने पानी को लेकर नहर के हैड पर कब्जे की चेतावनी दी थी, लेकिन बाद में बीकानेर में पानी जारी करने के बाद आंदोलन स्थगित कर दिया था। पूर्व मंत्री भाटी ने अब किसानों के मुआवजा को लेकर कहा है कि भारतमाला सड़क का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है लेकिन भूमि अवाप्ति किये गए किसानों को अभी तक मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने इस मामले में एनएचएआई और प्रशासन के रुख पर कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि भारतमाला सड़क से प्रभावित हजारों किसानों के साथ वे खुद 31 मई को सुबह दस बजे जग्गासर एवं गोड़ू के बीच आने वाले टोल नाके बसरलपुर टॉल प्लाजा पर धरने पर बैठेंगे।
पूर्व मंत्री भाटी ने कहा कि मैने किसानों की मांगों के मसले पर एनएचएआई के अधिकारियों को अवगत करवा दिया है अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। इसके साथ ही मैंने जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल को भी बताया है पर जवाब नहीं बनने की स्थिति में उन्होंने मोबाईल स्वीच ऑफ कर लिया है जो कि प्रशासन की गैर गम्भीरता का द्योतक है। इसके अलावा मैंने सम्भागीय आयुक्त नीरज के पवन को भी किसानों की स्थिति से अवगत करवाया है वहां से भी कोई सार्थक जवाब नहीं आया है।
भाटी ने बताया है कि हाल ही में अनूपगढ़, घड़साना, छतरगढ़, पूगल, खाजूवाला, दन्तौर, जग्गासर, गौड़, रणजीतपुरा, चारणवाला, बीकमपुर, संवड़ा से वाप तक भारतमाला योजना के तहत एन.एच.ए.आई. द्वारा सड़क का निर्माण पूर्ण किया गया है और टोल वसूली भी पांच दिन पूर्व चालू कर दी है । जिला बीकानेर में छतरगढ़ से पूगल, खाजूवाला, दन्तौर, जग्गासर, गौड़, रणजीतपुरा, चारणवाला, बीकमपुर, सेवड़ा तक किसी एक भी किसान की कृषि भूमि जो इस सड़क निर्माण कार्य में काम आयी हुई है उस भूमि का ना तो अवाप्तिकरण की कार्यवाही उपखण्ड अधिकारी बज्जू व कोलायत द्वारा की गयी और ना ही जिला प्रशासन को इसकी चिन्ता है कि उनके राजस्व क्षेत्र में एनएचएआई द्वारा किसानों की कृषि भूमि को अवैधानिक तरीके से नियन्त्रण में ले लिया है । सड़क निर्माण पूर्ण होने के बाद प्राय : किसी भी ग्रामीण किसान को उसकी भूमि का मुआवजा नहीं दिया जाता है पूर्व में भी चार वर्ष पूर्व हमने एन.एच. – 15 पर ग्राम नोखड़ा के पास बिना अवाप्ति के सड़क का चौड़ाई करण कर तथा टोल का कार्य रूकवा दिया था।
भाटी ने बताया कि 29 मई 2022 को जिला कलक्टर बीकानेर को टेलीफोन के माध्यम से यह मैंने बता दिया था कि भारतमाला सड़क निर्माण हो चुका है और भूमि अवाप्ति की कार्यवाही नहीं हुई और अब किसानों को कोई मुआवजा देने वाला नहीं है । नोखड़ा के कृषि भूमि अवाप्तिकरण की घटना भी जिला कलक्टर के लिखित आश्वासन के बाद किसानों को मुआवजा नहीं देने की सूचना भी दे दी थी । जिला कलक्टर ने उपखण्ड अधिकारी बज्जू व कोलायत से जानकारी कर मुझसे बात करने का कहा था लेकिन बाद में शाम को जब वापिस टेलीफोन लगाया तो जिला कलक्टर ने मोबाईल का स्वीच ऑफ कर लिया। ऐसी बेपरवाह, लापरवाह और किसान विरोधी प्रशासनिक सोच के विरूद्ध मेरा धरना देना अवश्यम्भावी हो गया हैं।