अलवर Abhayindia.com अलवर के राजगढ़ में एक प्राचीन शिव मंदिर सहित तीन मंदिरों और 100 दुकानों पर चलाए गए बुलडोजर के मामले में राजगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष सतीश गुरिया का बयान सामने आया है। गरिया ने मंदिर तोड़े जाने को लेकर अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि मंदिरों को गिराने के प्रस्ताव में राजगढ़ नगर पालिका का कोई हाथ नहीं है। मेरे और बोर्ड के खिलाफ आरोप निराधार हैं। बोर्ड ने कभी भी मंदिरों को गिराने को लेकर अपने प्रस्ताव में उल्लेख नहीं किया। सब कुछ प्रशासन द्वारा किया गया था। कांग्रेस सरकार द्वारा एक प्राचीन मंदिर का विध्वंस सही नहीं है।
वहीं, इस मामले में भाजपा सांसद किरोड़ी मीणा का बयान भी सामने आया है। मीणा ने कहा है कि हम यहां अलवर में रात भर धरने पर थे लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। अशोक गहलोत ने घरों और एक मंदिर को ध्वस्त करने के लिए एक बुलडोजर लगाया, जबकि वह अन्य राज्यों में बुलडोजर की निंदा करते रहे हैं।
इधर, प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध करते हुए हिंदू संगठनों ने राजगढ़ के कांग्रेस विधायक जौहरीलाल मीणा, उपखण्ड अधिकारी केशव कुमार मीणा और नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी बी.एल.मीणा के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। इन पर साजिश के तहत मंदिर तोड़ने का आरोप लगाया गया है। हालांकि इस पर प्रशासन का कहना है कि सड़क को चौड़ा करने के लिए अतिक्रमण हटाया गया है। वहीं बृज भूमि कल्याण परिषद के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाया है कि ये सरकार हिंदू विरोधी है।