




भारतीय मूल की नासा अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) आज सुबह धरती पर वापस लौट चुकी हैं। इसके साथ ही पूरी दुनिया पर खुशी छा गई। आपको बता दें कि 9 महीने और 14 दिन बिताने के बाद सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर धरती पर वापस आए। भारत में कई जगहों पर सुनीता विलियम्स की सफल वापसी के लिए पूजा-अर्चना की गई। स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन कैप्सूल की सुरक्षित लैंडिंग के बाद गुजरात स्थित सुनीता विलियम्स की पैतृक गांव में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
सुनीता की सफल लैंडिंग के बाद उनकी चचेरी बहन फाल्गुनी पंड्या ने मंदिर जाकर पूजा की। उन्होंने कहा कि यह एक ‘अविस्मरणीय क्षण’ था। फाल्गुनी पंड्या ने कहा,”मैं भगवान की बहुत आभारी हूं और सुनीता के घर वापस आने पर बहुत खुश हूं। यह एक लंबा इंतजार था। कोई घबराहट नहीं थी। मैंने प्रार्थना की और प्रतिज्ञा की कि सब कुछ ठीक होने के बाद मैं मंदिर में आऊंगी और मैं यहां हूं।”
सुनीता विलियम्स के चचेरे भाई दिनेशभाई रावल ने कहा, “आज हम बहुत खुश हैं। हमने पूरी रात सुरक्षित लैंडिंग के लिए प्रार्थना की। उन आठ दिनों के बाद के दिन हमारे लिए आसान नहीं थे। हम परिवार के सदस्य चिंतित थे। हालांकि, कैप्सूल की लैंडिंग के बाद ही हमें राहत मिली।”
आपको बता दें कि फ्लोरिडा तट पर SpaceX के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट (SpaceX Dragon) के जरिए उनकी सफल लैंडिंग के बाद, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने भी इस उपलब्धि पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। ISRO ने सुनीता विलियम्स की वापसी को सराहते हुए इसे अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक प्रेरणादायक कदम बताया। आइए जानते हैं ISRO ने इस मौके पर क्या कहा।
सुनीता विलियम्स की वापसी पर ISRO ने बधाई देते हुए कहा, ISS पर एक विस्तारित मिशन के बाद आपकी सुरक्षित वापसी एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। NASA, SpaceX और USA की अंतरिक्ष अन्वेषण के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण! आपकी दृढ़ता और समर्पण दुनिया भर के अंतरिक्ष उत्साही लोगों को प्रेरित करता रहेगा। DoS सचिव और ISRO के अध्यक्ष के रूप में, मैं अपने सहयोगियों की ओर से आपको हार्दिक बधाई देता हूँ और आपके आने वाले दिन की कामना करता हूँ। जब माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में भारत एक विकसित देश बनने की दिशा में काम कर रहा है, तो हम अंतरिक्ष अन्वेषण में आपकी विशेषज्ञता का उपयोग करना चाहते हैं।





