Wednesday, April 24, 2024
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पानी को लेकर आंदोलन की चेतावनी, किसानों ने कहा- एक बार भी नहीं आए मंत्री…

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हनुमानगढ़/बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर संभाग में पानी को लेकर रार शुरू हो गई है। किसान भी आंदोलन के लिए तैयार है। भाखड़ा के किसानों ने नहरबंदी के समय सरहिन्द फीडर से भाखड़ा प्रणाली की नहरों में 850 क्यूसेक पानी नहीं चलाने पर आंदोलन छेडऩे की चेतावनी दी है। वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले ज्ञापन देकर भाखड़ा की नहरों में 1200 क्यूसेक पानी चलाने की मांग की गई। इस संबंध में ज्ञापन सौंपे गए। अप्रेलमई में नरमा बिजाई वास्ते भाखड़ा प्रणाली की नहरों में 850 क्यूसेक पानी चलाने की मांग को लेकर भाखड़ा के किसानों ने शुक्रवार को जल संसाधन विभाग कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। गुरवीरसिंह बराड़ एवं भाखड़ा प्रोजेक्ट चेयरमैन मनप्रीत सिंह की अगुवाई में किसानों ने जल संसाधन उत्तर संभाग हनुमानगढ़ के मुख्य अभियंता अमरजीत मेहरड़ा से वार्ता की।

वार्ता के दौरान गुरवीर सिंह ने कहा कि भाखड़ा नहर प्रणाली में 21 मार्च से 29 मई तक नहरबंदी ली जा रही है। इससे किसानों की गेहूं की फसल को भी नुकसान होगा तथा नरमे की बिजाई भी नहीं हो पाएगी। पहले सरसों की फसल पाले के कारण खराब हो चुकी है। अब नहरबंदी में गेहूं व नरमे की फसल का भी उत्पादन नहीं लिया जा सकेगा। पिछले साल भाखड़ा प्रणाली के किसानों ने जल संसाधन विभाग कार्यालय पर धरना दिया था तो अधिकारियों ने लिखित समझौता किया था। इसमें किसानों से वादा किया था कि सरहिंद फीडर से निर्धारित शेयर भाखड़ा के किसानों को दिलवाया जाएगा। लेकिन वह वादा पूरा नहीं किया गया। किसानों को सिंचाई पानी नहीं दिया गया। इस कारण पिछले साल गेहूं की फसल की पैदावार घटकर आधी रह गई थी। नरमे की भी किसान समय पर बिजाई नहीं कर पाए। इस मौके पर चन्द सिंह, निर्मल सिंह, प्रदीप कुमार, जसकरण सिंह, गुरमेल सिंह, रविन्द्र सिंह आदि मौजूद रहे।

किसान नेताओं ने कहा कि सरकार का कोई विधायक रेग्यूलेशन कमेटी की मीटिंग में नहीं आता। दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रदेश सरकार को बने साढ़े चार साल होने को है और अब तक सिंचाई मंत्री को हनुमानगढ़श्रीगंगानगर आने का समय भी नहीं मिल सका है। किसान सिंचाई पानी के लिए अधिकारियों के आगे गिड़गिड़ा रहा है। मगर कोई सुनवाई नहीं कर रहा है।

बराड़ ने कहा कि भाखड़ा में निर्धारित 1200 क्यूसेक का शेयर है। लेकिन पिछले साल 850 क्यूसेक पानी दिलाने का लिखित समझौता सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने किया था। अगर समझौते अनुसार 850 क्यूसेक पानी ही मिल जाए तो किसान अपनी फसल को बचा सकेगा। अगर सिंचाई विभाग समय पर नहीं चेता तो भाखड़ा का किसान आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगा।

जल संसाधन उत्तर संभाग हनुमानगढ़ के मुख्य अभियंता अमरजीत मेहरड़ा को शुक्रवार को किसानों ने ज्ञापन सौंपा। इससे पहले सिंचाई विभाग कार्यालय में बैठक का आयोजन किया गया। इसमें भाखड़ा प्रोजेक्ट चेयरमैन मनप्रीत सिंह, भारतीय किसान यूनियन जिलाध्यक्ष रेशमसिंह, भाखड़ा किसान संगठन संयोजक रायसिंह जाखड़, रामेश्वर वर्मा, रघुवीर सिंह वर्मा, सरपंच बलदेव सिंह सहित कई किसान प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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