नई दिल्ली/जयपुर (अभय इंडिया न्यूज)। प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद अब मंत्रिमंडल गठन के मद्देनजर जयपुर से दिल्ली तक सियासी गतिवधियां बढ़ गई हैं। बुधवार को जहां उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट दिल्ली पहुंच गए, वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी गुरुवार रात दिल्ली पहुंचे।
पार्टी सूत्रों की मानें तो शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मंत्रिमंडल के गठन पर दोनों से चर्चा हो सकती है। इस बीच मंत्री बनने के लिए विधायकों ने भी लॉइिंग तेज कर दी है। कांग्रेस के कई विधायक गुरुवार को न केवल कांग्रेस मुख्यालय गए, बल्कि उन नेताओं से भी मिले जिनसे उन्हें मंत्री पद मिलने की उम्मीद दिख रही है।
आपको बता दें कि मंत्रिमंडल गठन के लिए बैठकों का दौर गुरुवार को शुरू हो गया। उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, राजस्थान के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे, पर्यवेक्षक के. सी. वेणुगोपाल के बीच बैठक हुई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री के नाम को लेकर हुए हाईकमान नहीं चाहता कि मंत्रिमंडल गठन के समय किसी प्रकार का विवाद खड़ा हो, इसलिए सबसे बात करने के बाद सर्वसम्मति से फैसला लेना चाहता है। इसलिए बैठकों का दौर पहले ही शुरू कर दिया गया है।
इधर, बैठकों के मद्देनजर कई विधायकों ने दिल्ली में ही डेरा डाल लिया है। बताया जा रहा है कि कई विधायकों ने पांडे, वेणुगोपाल, प्रभारी सचिव विवेक बंसल व देवेंद्र यादव से मुलाकात कर अपनी बात रखी। इनमें महेंद्रजीत सिंह मालवीय, बी. डी. कल्ला, नरेंद्र बुडानिया, महेश जोशी, जगदीश शर्मा, गोपाल मीणा, प्रशांत बैरवा, अर्जुन बामणिया और प्रमोद जैन भाया प्रमुख हैं।
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