Friday, March 29, 2024
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कार्यकर्ताओं का आक्रोश फूटा, परनामी बोले- विधायकजी आप चुप रहिये….

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बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। भाजपा में स्थानीय स्तर पर नेताओं और कार्यकर्ताओं का आक्रोश शनिवार को पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी के सामने फूट पड़ा। परनामी सुबह करीब नौ बजे सर्किट हाउस में पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए पहुंचे थे। जहां भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष जे. पी. व्यास के नेतृत्व में करीब चालीस पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उनका इंतजार कर रहे थे। परनामी के वहां पहुंचते ही कार्यकर्ताओं ने पहले तो उनका स्वागत किया। बाद में जे. पी. व्यास के नेतृत्व में वहां कमरे में मौजूद सभी पदाधिकारियों ने एकस्वर में पार्टी में अपनी उपेक्षा की बात शुरू कर दी। इसी बीच वहां मौजूद विधायक गोपाल जोशी ने कहा कि ये हमारे विरोधी है। इतना कहते ही एक ओर कार्यकर्ता नाराजगी जताने लगे, दूसरी ओर प्रदेशाध्यक्ष परनामी ने कहा कि ‘विधायकजी आप चुप रहिये, हमारे कोई विरोधी नहीं है…..ये हमारी पार्टी के कार्यकर्ता है।’ परनामी के इतना बोलते ही विधायक जोशी चुप हो गए। इसके बाद उन्होंने उक्त पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की न केवल पूरी बात सुनी, बल्कि उन्हें शिकायतें जल्द दूर करने का भी आश्वासन दिया।

नाराज पदाधिकारियों ने शहर भाजपा अध्यक्ष सत्यप्रकाश आचार्य को लेकर शिकायत करते हुए कहा कि वे नगर निगम चुनाव में पार्टी के साथ नहीं थे, बल्कि उन्होंने कई जगह ‘अलमारी’ के चुनाव चिन्ह के साथ अपने उम्मीदवार उतारे थे। किसी एक वार्ड का हवाले देते हुए कहा कि वहां तो उनके घर का व्यक्ति ही चुनाव लड़ रहा था। पदाधिकारियों ने शहर अध्यक्ष को यह तक कह दिया कि इनकी चुनाव में जमानत जब्त हो चुकी है, ऐसे व्यक्ति को संगठन का दायित्व कैसे दिया गया। परनामी ेसे शिकायत करने वालों में पूर्व मंडल अध्यक्ष जे. पी. व्यास के अलावा बाबूलाल गहलोत, प्रदीप उपाध्याय, मुमताज भाटी, आनंद सिंह भाटी, कमल सांखला, रमेश सैनी, हनुमान सिंह चावड़ा, मालम सिंह मांगलिया, रमजान अब्बासी, मांगीलाल गहलोत, महावीर सिंह चारण, पवन भाटी, विक्की सैन, दिनेश चौहान, रितेश सिन्हा, रुघनाथ ंसिंह आदि शामिल थे। बताया जाता है कि भाजपा के किशन चौधरी ने भी प्रदेशाध्यक्ष परनामी के समक्ष संगठन स्तर पर कार्यकर्ताओं की उपेक्षा किए जाने के मसले पर अपनी शिकायत दर्ज कराई।

गौरतलब है कि भाजपा के उक्त पदाधिकारियों के अलावा कई अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी प्रदेशाध्यक्ष परनामी के समक्ष पार्टी अध्यक्ष, विधायकों की शिकायतें की हैं। किसी ने खुले रूप में तो किसी ने बंद कमरों में परनामी को फीडबैक देते हुए साफ कह दिया कि यदि समय रहते कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर नहीं की गई तो आने वाले चुनाव में शहर की दोनों विधानसभा सीटों में पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ जाएगा।

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