मुकेश पूनिया/बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। लोकसभा चुनावों में जीत का ख्वाब देख रही भाजपा के लिये विधानसभा चुनावों के नतीजे खासे चौंकाने वाले है। इन नतीजों ने भाजपा की नींद उड़ा दी है। भाजपा के सामने अब बीकानेर लोकसभा सीट बचाने की चुनौती आ गई है। इसके चलते पार्टी के रणनीतिकारों ने विधानसभा चुनाव के नतीजों का नुकसान लोकसभा चुनाव में न हो जाए। इसके लिए अभी भाजपा ने कवायद शुरू कर दी है।
हालांकि, सांसद से केन्द्रीय राज्यमंत्री बने अर्जुनराम मेघवाल बीकानेर से लगातार दो बार जीत दर्ज करवा चुके हैं, लेकिन अबकी दफा प्रदेश में सत्ता बदलाव के बाद बदले माहौल से बीकानेर संसदीय सीट पर कब्जा कायम रखना भाजपा के लिये बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। चुनावी आकलन के लिहाज से देखा जाये तो पिछले लोकसभा चुनावों में बीकानेर संसदीय क्षेत्र की आठ विधानसभा सीटों बीकानेर पूर्व, बीकानेर पश्चिम, नोखा, श्रीकोलायत, खाजूवाला, लूणकरणसर, श्रीडूंगरगढ़ और अनूपगढ़ में से पिछली दफा भाजपा का पांच सीटों पर कब्जा था, लेकिन इस बार एक सीट गंवा देने से चार सीटों पर कब्जा है। जबकि पिछले संसदीय चुनावों में कांग्रेस का बीकानेर लोकसभा क्षेत्र की तीन सीटों पर कब्जा था, लेकिन इस बार एक सीट की बढ़ोतरी होने से तीन सीटों पर उसका कब्जा था।