








जयपुर Abhayindia.com राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को विपक्षी विधायकों की ओर से उठाए गए जनहित से जुड़े कई मुद्दों पर गहलोत सरकार के मंत्री घिर गए। प्रश्नकाल के दौरान कुछ प्रश्नों के वे संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। एक बार तो स्पीकर डॉ. सी. पी. जोशी को हस्तक्षेप करना पड़ गया। भाजपा विधायक सुमित गोदारा ने बीकानेर जिले में पटवारियों के खाली पद का मामला उठाया। मंत्री रामलाल जाट ने जवाब दिया, जिससे गोदारा संतुष्ट नहीं हुए। इस पर भाजपा विधायक ने नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए स्पीकर से कहा कि मंत्री को सही जानकारी ही नहीं है। इस पर स्पीकर डॉ. सी. पी. जोशी ने दखल देते हुए कहा कि अगर आप जवाब से असंतुष्ट है तो विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव ला सकते है।
विधानसभा में बजट पर बहस के दौरान एक बार फिर नाथी का बाड़ा की गूंज सुनाई दी। भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने कहा कि राजस्थान का बच्चा–बच्चा आज कह रहा है कि यह बजट है कि नाथी का बाड़ा है। सदन में ईमानदारी की बात तो करें। इस पर जलदाय मंत्री महेश जोशी ने कहा– आप सही बोल रहे हैं। नाथी का बाड़ा में जो मांगोगे वह मिलेगा, हमारा बजट ऐसा है कि जिसने जो मांगा है, वह मिला है। इस पर लाहोटी ने पलटकर पूछा– यह आप मान रहे हो न कि यह बजट नहीं नाथी का बाड़ा है। महेश जोशी बोले फिर बोले– बिल्कुल मानते हैं। इस दौरान सभापति राजेंद्र पारीक ने कहा– नाथी के बाड़े के हवाले पांच दिन हो गए, अब तो माफ करो सदन को। पांच दिन तो इसी में चले गए, अब तो सदन को समय दीजिए।
आपको बता दें कि भाजपा ने रीट की सीबीआई जांच की मांग को लेकर राज्यपाल के अभिभाषण से लेकर चार दिन बहस के बाद सीएम के जवाब तक सदन में लगातार रीट के मुद्दे पर हंगामा किया था और सदन की कार्यवाही का बहिष्कार किया था।
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