बीकानेर Abhayindia.com शिक्षा विभाग की उदासीनता के चलते वरिष्ठ होते हुए भी उन कार्मिकों को उस पद का लाभ नहीं मिल पा रहा था। लंबे संघर्ष के बाद अब न्यायालय से उन्हें राहत मिली, तो चेहरे खिल उठे।
शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ ने इसके लिए विभाग के खिलाफ जनवरी में मोर्चा खोला था, इसमें अब तीन कार्मिकों को फिलहाल स्थगत मिला गया, इसमें दो कनिष्ठ सहायक थे और एक वरिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत थे, शिक्षा विभाग की उदासीनता के चलते इनका पदान्वत कर दिया गया था।
आखिर रंग लाई मुहिम …
शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ के संभाग अध्यक्ष कमल नारायण आचार्य के अनुसार शिक्षा विभाग की गलती का खमियाजा इन कार्मिकों को भुगतना पड़ रहा था, न्यायालय ने स्थगत दे दिया है। अब संगठन स्तर पर मानहानी का दावा करने की रणनीति बनाई जाएगी।
रोष भी जताया…
शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने रोष जताते हुए कहा कि शिक्षा विभाग ने 1992 में अस्थायी कार्मिकों को स्थायी बताया गया था, उनके खिलाफ अब तक विभाग एवं सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। संभाग अध्यक्ष ने कहा है कि प्रशासन को सकारात्मक कार्रवाई करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।