Friday, May 10, 2024
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पूर्व राज्यपाल जनाब आरिफ की पुण्यतिथि कल

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बीकानेर। बीकानेर के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यपाल स्वर्गीय मोहम्मद उस्मान आरिफ साब की 23वीं पुण्यतिथि पर 22 अगस्त को सुबह 11 बजे बीकानेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय डागा चौक बीकानेर में पुष्पांजलि और श्रद्धांजलि सभा का कार्यक्रम रखा गया है। इस कार्यक्रम मे पीसीसी सदस्य जिला कांग्रेस पदाधिकारी, प्रदेश पदाधिकारी, कांग्रेसी पार्षद, ब्लॉक कांग्रेस, यूथकांग्रेस, इंटक सेवादल, एनएसयूआई महिला कांग्रेस, अल्पसंख्यक विभाग, ओबीसी प्रकोष्ठ, शिक्षक प्रकोष्ठ, पेंसशन प्रकोष्ठ, आईटी सेल एस सी प्रकोष्ठ, एस.टी. प्रकोष्ठ, कच्ची बस्ती प्रकोष्ठ, कामगार संगठन, खेल कूद प्रकोष्ठ सहित कांग्रेस विचारधारा से जुड़े संग़ठन सभी प्रकोष्ठ और विभागों के पदाधिकारी शामिल होंगे।

डूंगर कॉलेज में छात्र संघ चुनाव की तैयारी प्रारम्भ

बीकानेर। संभाग के सबसे अधिक विद्यार्थी मतदाताओं वाले डूंगर महाविद्यालय में 31 अगस्त को होने वाले छात्रा संघ के चुनाव की तैयारी प्रारम्भ कर दी गयी हैं। प्राचार्य डॉ. सतीश कौशिक ने बताया कि  चुनाव के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया गया है।  वरिष्ठतम संकाय सदस्य डॉ. शिशिर शर्मा को मुख्य निर्वाचन अधिकारी तथा डॉ. शालिनी मूलचन्दानी को अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं एवं डॉ. आर.एस.वर्मा को उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया गया है।  चुनाव के सफल संचालन के लिए 16 सदस्यीय डॉ. मीरा श्रीवास्तव के संयोजन में चुनाव संचालन संमिति का गठन किया गया है। प्राचार्य ने बताया कि छात्रासंघ संविधान तथा लिंगदोह समिति की सिफारिशों की व्याख्या, सुझाव एवं शंका निवारण समिति के लिए डॉ. आर.के.पुरोहित को प्रभारी अधिकारी बनाया गया है।  मुख्य निर्वाचन कार्यालय कक्ष संख्या 39 में रहेगा। डॉ. कौशिक ने बताया कि सफल चुनाव संचालन के लिए चुनाव व्यय एवं वित्तीय जवाबदेही समिति, अनुशासन समिति, परिचय पत्र वितरण, वीडियोग्राफी, मतदाता सूची निर्माण एवं प्रकाशन समिति एवं मतपत्र प्रकाशन समिति सहित अन्य समितियों का गठन किया गया है।

दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

बीकानेर। कृषि विज्ञान केन्द्र, लूणकरनसर में  मंगलवार को मूंगफली में समन्वित कीट रोग प्रबंधन विषय पर दो दिवसीय संस्थागत कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रशिक्षण के प्रथम दिन केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष ने किसानों का स्वागत किया तथा उन्हें उपलब्ध प्राकृतिक स्त्रोतों का खेती में विवेकपूर्ण इस्तेमाल करने की सलाह दी। केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक, पौध संरक्षण, डॉ.केशव मेहरा ने कीट नाशकों के इस्तेमाल से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में बताया और उन्हें समन्वित कीट रोग प्रबंधन के लिए प्रेरित किया साथ ही उन्होंने मूंगफली में लगने वाले प्रमुख कीट जैसे चेपा, थ्रिप्स, दीमक, सफेद लट तथा कातरा आदि के पहचान व नियंत्राण के बारे में विस्तृत चर्चा की। विभिन्न शष्य क्रियाओं तथा यांत्रिक विधियों से कीट तथा रोगों का नियंत्रण के बारे में किसानों को विस्तारपूर्वक बताया जिससे कीटनाशकों का इस्तेमाल कम किया जा सके। डॉ. मेहरा ने किसानों से आग्रह किया कि रासायनिक कीटनाशकों का इस्तेमाल अंतिम हथियार के रूप में करें। प्रशिक्षण में किसानों को जैवकीटनाशक बनाने की विधि के बारे में बताया।किसानों को केन्द्र के फार्म हाउस का भ्रमण करवाया तथा कीट तथा रोगों की पहचान करवाई। खाद्य एवं पोषण विभाग कि वैज्ञानिक डॉ. ऋचा पंत ने मूंगफली के प्रसंस्करण से किसान अपनी आमदनी को केसे दुगना करें इसके बारे में विस्तार से बताया। मृदा वैज्ञानिक भगवत सिंह ने रोगों के प्रकोप में मृदा की भूमिका के बारे में बताया। डॉ.नवल किशोर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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