Thursday, April 25, 2024
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राजस्‍थान में सियासी संकट : समाधान निकालने के लिए फार्मूले पर फोकस, पायलट की भूमिका पर…

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जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में सियासी संकट का समाधान ढूंढने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने कवायद तेज कर दी है। इसके लिए कौनसा फार्मूला सही बैठेगा, इस पर मंथन चल रहा है। आलाकमान इस बार गहलोत-पायलट गुटों में चल रही खींचतान को खत्‍म करने के लिए ऐसे फार्मूले पर फोकस कर जिससे पार्टी को भविष्‍य में कोई सियासी नुकसान न हो। आलाकमान अबकी बार पार्टी में सचिन पायलट की भूमिका तय करने को लेकर भी गंभीर नजर आ रही है। हालांकि, अपुष्‍ट खबर यह भी है कि पायलट ने पार्टी महासचिव बनने का ऑफर ठुकरा दिया है। वे कई मर्तबा यह कह चुके हैं उन्‍हें अपने समर्थकों को सत्‍ता व संगठन में एडजस्‍ट करना है। उन्‍हें खुद की कोई चिंता नहीं है।

आपको बता दें कि गहलोत सरकार की कैबिनेट में अभी 9 पद खाली हैं। खबर यह है कि पायलट खेमा इनमें से 6-7 पद अपने लिए चाहता हैं। इस पर गहलोत की मुहर नहीं लग रही है। सीएम गहलोत के सामने संकट यह भी है कि पायलट खेमे के अलावा बीएसपी और निर्दलीय विधायकों को एडजेस्‍ट कैसे करें?

बहरहाल, गहलोत और पायलट खेमों में चल रही खींचतान के बीच प्रदेश भाजपा समूचे घटनाक्रम पर अपनी निगाह बनाए हुए है। भाजपा नेता पिछले दो दिन से सचिन पायलट और राजस्थान पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के दिल्ली दौरे पर लगातार बयान भी दे रहे हैं। राजस्थान विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के विधायक रूपी धावक दौड़ लगा रहे हैं और पता नहीं वह किधर चले जाएं। राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में अपमान की राजनीति हावी हो रही है, जिसका भुगतान प्रदेश की जनता को करना पड़ रहा है. विकास ठप है और व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं।

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