Thursday, April 25, 2024
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भाजपा के लिए सिरदर्द बने जिग्नेश राजस्थान धमके, हार्दिक के प्रवेश पर रोक

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जयपुर (अभय इंडिया न्यूज)। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी और पाटीदार आंदोलन के संयोजक हार्दिक पटेल ने सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के लिए सिरदर्द बन रहे हैं। एक ओर जहां विधायक जिग्नेश मेवाणी प्रदेश में सक्रिय हो गए हैं, वहीं दूसरी ओर हार्दिक पटेल भी यहां आने का मौका तलाश रहे हैं। खबर मिली है कि राजस्थान में 15 मई से प्रस्तावित गुर्जर आरक्षण आंदोलन के मद्देनजर प्रदेश सरकार ने गुजरात के पाटीदार आंदोलन के संयोजक हार्दिक पटेल के भरतपुर प्रवेश पर रोक लगा दी है। हार्दिक ने दो दिन पहले ही राजस्थान यात्रा के दौरान गुर्जरों के आंदोलन को समर्थन के ऐलान के साथ ही वहां पहुंचने के संकेत भी दिए थे।

इधर, विधायक जिग्नेश मेवाणी की नजर अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित राजस्थान की लगभग 34 विधानासभा सीटों पर है। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो मेवाणी इन सीटों में से करीब एक दर्जन सीटों पर कांग्रेस का अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन करने की योजना बना रहे हैं, जबकि बाकी सीटों पर वे अपने समर्थकों को चुनाव लड़ाना चाहते हैं। इसी योजना के चलते मेवाणी राजस्थान में सक्रिय हो रहे हैं। वे रविवार को अलवर पहुंचे।

वहां खैरथल कस्बे में पहुंचकर मेवाणी ने बीते दो अप्रैल को भारत बंद के दौरान हुई हिंसाग्रस्त दलित बस्तियों में जाकर दलित परिवारों से मुलाकात की। हिंसा के दौरान पुलिस के साथ संघर्ष में मारे गए दीपक कुमार के घर पहुंचकर उसके चित्र पर पुष्प अर्पित किए। इस दौरान उनके साथ सामाजिक कार्यकर्ता निखिल डे और संजय माधव भी मौजूद रहे। इस दौरान मेवाणी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि दलितों पर पुलिस ने जबरदस्त लाठीचार्ज किया। महिलाओं और बच्चों को भी नहीं बख्शा, इसके बाद इन्हीं के खिलाफ पुलिस ने झूठे मुकदमे दर्ज कर लिए।

मेवाणी ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि दलितों के साथ अन्याय खत्म नहीं हुआ तो राजस्थान में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। गौरतलब है कि इससे पहले मेवाणी गत 15 अप्रैल को नागौर में एक दलित सम्मेलन को संबोधित करने के लिए अहमदाबाद से जयपुर पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हे वहां जाने से रोका था।

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