



बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। निराश्रित गौवंश के मुद्दे को लेकर एक माह तक अनिश्चितकालीन धरने के बाद अब कांग्रेस नेता गोपाल गहलोत प्रदेश की प्रमुख गौशालाओं का जायजा ले रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ शुक्रवार को जयपुर में हिंगोलिया गौशाला का अवलोकन किया। वहां गायों को रखने की व्यवस्था के संबंध में व्यवस्थापकों से बातचीत की।
गहलोत ने ‘अभय इंडिया’ को बातचीत में बताया कि बीकानेर में भी गौशाला प्रस्तावित है। इसे देखते हुए प्रदेश की अन्य गौशालाओं का अवलोकन किया जाना चाहिए। मैंने इसके लिए सबसे पहले जयपुर की हिंगोलिया गौशाला की व्यवस्थाओं का देखा है। वहां पर गौवंश को सुरक्षित रखने के लिए कई तरह की सुविधाएं विकसित की गई है। गौशाला में लगभग 20 हजार से ज्यादा गौवंश को संरक्षण दिया जा रहा है। करीब पचास अलग-अलग बाड़े बनाये गये है, इनमें सुविधा के अनुसार बीमार गौवंश, सांड, बछड़े, गायों को अलग-अलग रखा गया है। बीमार गौवंश के लिए चिकित्सा व्यवस्थाएं भी है। गहलोत ने बताया कि इस गौशाला के बाद वे प्रदेश की अन्य प्रमुख गौशालाओं का भी जायजा लेंगे। इसके बाद बीकानेर में विकसित होने वाली गौशाला के संबंध में प्रशासन से बातचीत करेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रशासन को भी चाहिए कि वो भी प्रदेश की प्रमुख गौशालाओं की व्यवस्थाओं का जायजा लें, ताकि गौवंश के संरक्षण के लिए बेहतर व्यवस्थाएं बीकानेर में भी हो सके।
गहलोत ने एक बार फिर दोहराते हुए कहा कि यदि समय रहते प्रशासन ने बीकानेर में गौशाला के विकास के संबंध में त्वरित कार्रवाई नहीं की तो वे आंदोलन का दामन फिर से थामने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। गहलोत ने कहा है कि बीकानेर में गौशाला के लिए सहयोग करने वाले दानदाताओं की कोई कमी नहीं है। सरकार को चाहिए कि दानदाताओं की ओर से दी जाने वाली सहयोग राशि पर आयकर संबंधी अड़चनें दूर करने के लिए कोई रास्ता निकाले ताकि गौशाला का विकास जल्द से जल्द हो सके, साथ ही इसमें सभी की भागीदारी हो सके। हिंगोलिया गौशाला का जायजा लेने के दौरान कांग्रेस नेता गहलोत के साथ प्रदेश कांग्रेस के महासचिव राहुल सैन, पार्षद नंदू गहलोत सहित अन्य पदाधिकारी थे।





