Monday, May 6, 2024
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शंभू-शेखर सकसेना अवार्ड से सम्‍मानित हुई प्रदेश की पांच विभूतियां

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बीकानेर abhayindia.com शम्भू-शेखर सक्सेना सामाजिक विकास संस्थान की ओर से शनिवार शाम यहां टाउन हॉल में 10वां शंभू-शेखर सक्सेना स्मृति राज्‍य स्‍तरीय पत्रकारिता व साहित्य सम्मान समारोह आयोजित किया गया।

समारोह में स्वर्गीय शंभुदयाल सकसेना राज्‍य स्‍तरीय साहित्‍य पुरस्‍कार लाखेरी (बूंदी) के रामगोपाल राही को तथा साहित्‍य (राजस्‍थानी) का विशिष्‍ट पुरस्‍कार बीकानेर के शंकरसिंह राजपुरोहित एवं साहित्‍य (हिन्‍दी) का विशिष्‍ट पुरस्‍कार बीकानेर के संजय पुरोहित को प्रदान गया।

shambhu-shekhar saxena award 2019
shambhu-shekhar saxena award 2019

इसी तरह स्वर्गीय शेखर सकसेना राज्‍य स्‍तरीय पत्रकारिता पुरस्‍कार नागौर के पत्रकार हनुमान राम ईनाणियां को तथा पत्रकारिता का विशिष्‍ट पुरस्‍कार बीकानेर के फोटो जर्नलिस्‍ट मनीष पारीक को प्रदान किया गया। राज्‍य स्‍तरीय पुरस्‍कार स्‍वरूप च‍यनित वि‍भूतियों को 5100-5100 रुपए नगद, चांदी के मेडल एवं प्रशस्ति पत्र तथा विशिष्‍ट पुरस्‍कार स्‍वरूप चयनित विभूतियों को 2100-2100 रुपए, चांदी के मेडल एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।

समारोह के मुख्‍य अतिथि लूनकरणसर विधायक सुमित गोदारा ने कहा कि स्‍वर्गीय शेखर सकसेना ने पत्रकारिता के माध्यम से समाज में व्याप्त कुरीतियों को खत्म करने के साथ-साथ राजनीतिक व प्रशासनिक कमियों को उजागर कर सभी को सजग रखने का काम किया। इसी तरह स्‍वर्गीय शंभूदयाल सकसेना ने अच्छे साहित्य का सृजन कर नई पीढ़ी को मार्ग दर्शन दिया है। हमें इन दोनों ही विभूतियों के आदर्शों का अनुसरण करते हुए समाज की सेवा करनी चाहिए। विधायक गोदारा ने यह भी कहा कि पत्रकारिता के पेशे से कुछ ऐसे लोग भी जुड गए हैं, जो समाज को नई दिशा दिखाने में असमर्थ है, इसलिए हमें उन प्रतिभाओं को प्रोत्‍साहन देना चाहिए जो सही मायने में समाज के लिए अपना सब-कुछ न्‍यौछावर करने को तैयार रहते हैं।

समारोह के मुख्‍य वक्‍ता एवं कला मर्मज्ञ डॉ. श्रीलाल मोहता ने कहा कि शंभू-शेखर सकसेना की स्मृति में दिए जाने वाले पुरस्कारों ने राज्य व देश में अपनी एक अलग पहचान क़ायम की है। उन्होंने साहित्यकारों और पत्रकारों का आह्वान करते हुए कहा कि वे भी शंभू-शेखर सकसेना जैसी शख्सियतों के जीवन का अनुसरण करते हुए समाज व देश के विकास में अपना योगदान दें। डॉ. मोहता ने शंभूदयाल सकसेना, शेखर सकसेना तथा उनके प्रतिष्ठित प्रतिष्‍ठान नवयुग ग्रंथ कुटीर से संबंधित यादें भी साझा की।

shambhu-shekhar saxena award
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समारोह में विशिष्ट अतिथि नगरपालिका मूंडवा के अध्‍यक्ष घनश्‍याम सदावत ने कहा कि वे ऐसे गौरवमयी कार्यक्रम का हिस्‍सा बनकर बहुत अभिभुत हुए हैं। इस कार्यक्रम के माध्‍यम से मुझे बीकानेर ही नहीं, बल्कि समूचे प्रदेश की साहित्‍य व पत्रकारिता से जुडी हस्तियों से मिलने का अवसर मिला है।

अपने अध्‍यक्षीय भाषण में महाराजा गंगासिंह यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रो. भगीरथ बिजा‍रणियां ने कहा कि शंभू-शेखर सकसेना ने साहित्य एवं पत्रकारिता के माध्यम से समाज में व्याप्त कुरीतियों को ख़त्म करने और राजनीतिक व प्रशासनिक कमियों को उजागर कर सजग रखने का काम किया है। आयोजक संस्था की ओर से दोनों ही क्षेत्रों में प्रतिभाओं को पुरस्कृत करने की जो परंपरा निभाई जा रही है वो बेहद ही प्रशंसनीय है। विशिष्‍ट अतिथि नगर निगम महापौर सुशीला कंवर ने कहा कि शंभू-शेखर सकसेना ने साहित्य एवं पत्रकारिता के माध्यम से लोकतंत्र में जन-जागृति पैदा करने, स्वस्थ जनमत तैयार करने में अहम् भूमिकाएं निभाई।

समारोह में वरिष्‍ठ पत्रकार श्‍याम मारू, लक्ष्‍मण राघव ने पत्रकारिता की वर्तमान दिशा व दशा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बीकानेर क्षेत्र साहित्‍य व पत्रकारिता के माध्‍यम से समाज की सेवा करने वाले गुणीजनों से भरा हुआ है। ऐसे में समय-समय पर उन्‍हें प्रोत्‍साहन भी मिलना चाहिए।

इससे पहले संस्‍थान सचिव रेणु सकसेना ने स्‍वागत भाषण दिया, वहीं नीरज सकसेना ने अतिथियों का आभार ज्ञापित किया। समारोह का संचालन संजय पुरोहित व किशोर सिंह राजपुरोहित (किशोर सर) ने किया।

By-Suresh Bora

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