Thursday, March 28, 2024
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…आखिरकार इसलिए भाटी का इस्तीफा कर लिया गया मंजूर, अब नई रणनीति

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जयपुर (अभय इंडिया न्यूज)। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने शुक्रवार को पूर्व मंत्री एवं दिग्गज नेता देवीसिंह भाटी का इस्तीफा स्वीकार करते हुए उनकी प्राथमिक सदस्यता खत्म कर दी। सूत्रों की मानें तो पार्टी ने भाटी को मनाने की तमाम कोशिशें कर ली, लेकिन वे अपनी बात पर अडिग रहे। इस बीच पार्टी ने भी इस मामले को और तूल देना उचित नहीं समझा, लिहाजा आखिरकार भाटी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया।

आपको बता दें कि पूर्व मंत्री भाटी ने बीते 15 मार्च को बीकानेर से केंद्रीय मंत्री डॉ. अर्जुनराम मेघवाल को फिर से उम्मीदवार बनाने की संभावनाओं के बीच ही भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। भाटी ने भाजपा के मौजूदा प्रत्याशी अर्जुनराम मेघवाल मेघवाल पर विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के विरोध में प्रचार करने का आरोप लगाया था।

इधर, बीकानेर में देवी सिंह भाटी का इस्तीफा स्वीकार करने के बाद भाजपा प्रदेश मंत्री चन्द्रशेखर की अध्यक्षता में होटल वृंदावन में जिला पदाधिकारियों के साथ बैठक की गई। इसमें भाटी के पार्टी से बाहर होने से पार्टी को किसी तरह का वोटों का नुकसान नहीं हो, इस पर रणनीति बनाई गई।

पूर्व मंत्री भाटी का भारतीय जनता पार्टी से दूसरी बार रिश्ता टूटा है। वर्ष 2003 में सामाजिक न्याय मंच से विधानसभा चुनाव मैदान में उतरने के कारण उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था। वर्ष 2008 में विधानसभा चुनाव से कुछ माह पूर्व पार्टी ने वापस भाटी को शामिल कर लिया था। भाटी वर्ष 2008 में फिर भाजपा के टिकट से विधायक चुने गए थे। श्रीकोलायत विधानसभा क्षेत्र से भाटी 1980 से 2008 तक 7 बार विधायक चुने गए। इनमें से तीन बार 1993, 1998 और 2008 में भाजपा के टिकट पर विधायक रहे।

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