Friday, March 29, 2024
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हड़ताल के चलते दफ्तरों में पसरा सन्नाटा, कामकाज ठप, फिर भी…

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बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। विधानसभा चुनाव की आहट के साथ ही कर्मचारी वर्ग भी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गया है। मंत्रालयिक कर्मचारियों के बाद शुक्रवार को पटवारी, भू-निरीक्षक, तहसीलदार भी अपनी मांगों को लेकर सामूहिक अवकाश पर रहे। इसके चलते दफ्तरों में सन्नाटा सा पसर गया है। आमजन से जुड़े कामकाज पूरी तरह से ठप हो गए है। शिक्षा विभाग, नगर निगम, नगर विकास न्यास, पंचायत सहित विभिन्न विभागों में आमजन अपने कामकाम को लेकर चक्कर काटते नजर आ रहे हैं, लेकिन उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही।

इधर, पटवारी, भू-निरीक्षक, तहसीलदार के अवकाश पर जाने तथा दो दिनों के दरम्यान मांगें पूरी नहीं होने की स्थिति में एक अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय किया है। इससे खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़े लोगों के काम बुरी तरह प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है।

राजस्थान कानूनगो संघ उपनिवेशन के जिला अध्यक्ष शिव प्रसाद गौड़ ने बताया कि राज्य सरकार के 28 अप्रैल 2018 को मुख्यसचिव की अध्यक्षता में लिखित में समझौता होने के बावजूद भी सरकार हमारी मांगो पर ध्यान नही दे रही है। प्रदेश में 650 नायब तहसीलदारों के पद रिक्त है। इसी तरह लगभग 300 तहसीलदारों के पद रिक्त होने के बावजूद भू-अभिलेख निरीक्षक से नायब तहसीलदार पद पर पदोन्नति की कार्यवाही अधरझूल में है। इसी प्रकार नायब तहसीलदार से तहसीलदार की पदोन्नति भी लंबित है। गौड़ ने बताया कि सरकार स्तर पर 2 दिनों में सुनवाई नही हुई तो 1 अक्टूबर से सामूहिक अवकाश पर अनिश्चित कालीन पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि शुक्रंवार को राजस्व एवं उपनिवेशन सिंचाई विभाग के पटवारी, भू-अभिलेख निरीक्षक, नायब तहसीलदार, तहसीलदार सामूहिक अवकाश पर रहे।

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