बीकानेर abhayindia.com कांग्रेस पार्टी में प्रदेश स्तर पर चल रही उटा-पटक के बीच में प्रदेश स्तर से सभी तरह के प्रकोष्ठ व कार्यकारिणियां भंग हो चुकी है। इस स्थिति में वर्तमान में केवल पार्टी जिलाध्यक्ष ही पदों पर आसिन है। पार्टी में अब धड़ेबाजी भी प्रदेश स्तर पर स्पष्ट हो गई है, तो इसकी आंच जिला स्तर पर भी आ सकती है?
बीकानेर में लंबित मामला…
बीकानेर जिले में कांग्रेस के शहर अध्यक्ष पद पर बदलाव लंबे समय से प्रस्तावित है। वहीं देहात में भी अध्यक्ष बदला जाना है। प्रदेश के अन्य जिलों में यह बदलाव पहले ही हो चुके हैं। लेकिन बीकानेर में सत्ता और संगठन में आपसी सामजस्य का अभाव दिखा रहा है, इसके बावजूद शहर जिला अध्यक्ष कायम है। कांग्रेस सूत्रों की माने तो काबिना मंत्री का गृह जिला होने के बावजूद शहर अध्यक्ष अब तक नहीं बदला जा सका। इसकी वजह प्रदेश के मुखिया ही हो सकते हैं, इसी तरह देहात अध्यक्ष पहले नोखा से हारे हुए नेताजी के गुट से और फिर प्रदेश पार्टी के ‘कप्तान’ खेमे में थे। वर्तमान में प्रदेश का कप्तान बदला जा चुका है। ऐसे में देहात अध्यक्ष को बदले जाने को लेकर कायस लगाए जा रहे हैं।
ललचा रही कुर्सी…
कांग्रेस में पार्टी प्रदेशाध्यक्ष, अग्रिम संगठन एनएसयूआई व सेवादल के प्रदेशाध्यक्ष बदले जाने के बाद से ही जिला स्तर पर शहर व देहात जिलाध्यक्ष की कुर्सी पार्टी के कई वरिष्ठ व नए कार्यकर्ताओं को ललचा रही है। फेरबदल तो कब होगा, यह तो भविष्य के गर्भ में छिपा है, लेकिन इस दौड़ में आधा दर्जन से अधिक कार्यकर्ता, नेता शामिल हो गए हैं। कइयों के मन में लड्डू फूट रहे हैं। यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि ऊंट किस करवट बैठेगा….