Tuesday, May 7, 2024
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पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के खिलाफ विधानसभा में जमकर बरसे सीएम भजन लाल

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जयपुर Abhayindia.com राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री भजन लाल शर्मा ने मंगलवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई बहस का जवाब देते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विकसित भारत की संकल्पना को आगे बढ़ाने का काम राज्य सरकार कर रही है। राजस्थान को 2047 तक विकसित राज्य बनाना हमारा ध्येय है। प्रधानमंत्री के अनुसार देश में गरीब, महिला, युवा एवं किसान, ये चार ही जातियां हैं। राज्य सरकार विपक्ष को साथ लेकर इनके उत्थान के लिए कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है। इनके कल्याण के लिए एकजुट होकर काम करने से ही सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास का मंत्र कारगर होगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश की उन्नति एवं विकास के लिए कार्य करने के लिए सभी का सहयोग अपेक्षित है। राज्य सरकार विपक्ष के सभी उपयोगी सुझावों एवं समीक्षाओं का स्वागत करेगी। सीएम ने कहा कि हमारे संविधान के तीसरे अध्याय में भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता का सुन्दर चित्रण है। कई सदियों की लम्बी प्रतीक्षा के बाद 22 जनवरी को श्रीराम मन्दिर में प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम जनमानस को संतुष्टी देने वाला था।

उन्होंने कहा कि विपक्ष को इसे राजनीतिक दृष्टि से नहीं देखना चाहिए। श्रीराम एवं रामसेतु को काल्पनिक कहने वालों को जनता नकार चुकी है। भगवान श्रीराम देश की जनता की आस्था के साथ-साथ आर्थिक प्रगति के भी प्रतीक हैं।

महिला सुरक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता : मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान की धरती मीराबाई, कालीबाई, पन्नाधाय, अमृता देवी जैसी वीर एवं भक्त नारियों की धरती है। ऐसे प्रदेश को महिला अत्याचार में प्रथम स्थान पर आने से शर्मसार होना पड़ा। बलात्कार और हत्या के दिल दहलाने वाले कृत्य राजस्थान के विभिन्न जिलों में हुए। वृहद् स्तर पर वंचित तबके की महिलाओं के विरूद्ध वीभत्स अपराधों एवं उत्पीड़न के मामले सामने आए। पूर्ववर्ती सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों द्वारा महिला सुरक्षा पर आपत्तिजनक बयान दिए गए। उस समय का शीर्ष नेतृत्व इस संबंध में मौन रहा। इसके विरूद्ध आवाज उठाने वाले मंत्री को बर्खास्त कर दिया गया।

उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के लिए महिलाओं की सुरक्षा मुख्य प्राथमिकता है। केन्द्र सरकार ने नारी शक्ति वन्दन अधिनियम पारित कर राजनीति में महिलाओं का उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने का कार्य किया है। प्रदेश सरकार महिलाओं को सुरक्षित वातावरण देने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। इस दिशा में प्रदेशभर में एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन करने की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस बल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है।

कानून व्यवस्था की हो रही पुर्नस्थापना : शर्मा ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में अपराधियों का बोलबाला रहा तथा कानून व्यवस्था शून्य रही। करौली सहित विभिन्न स्थानों पर धार्मिक जुलूसों पर हमला, उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या जैसे जघन्य अपराधों से प्रदेश की छवि धूमिल हुई है। पूर्ववर्ती सरकार की तुष्टीकरण की नीति ही इसके लिए दोषी है। शांतिप्रिय राज्य में कानून व्यवस्था दुरुस्त कर अपराध मुक्त राजस्थान बनाना हमारा ध्येय है। गत सरकार की लचर नीतियों से राज्य में पनपे गैंगस्टर व विभिन्न माफियाओं के उन्मूलन के लिए नई सरकार बनते ही एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया गया। खनन माफिया के विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। गत वर्षों में अपराध एवं राजनीति की साठगांठ के कारण पुलिस विवश रही। इसी कारण पुलिस पर हमले करने का दुस्साहस भी किया गया। हमारी सरकार की नीतियों से राज्य में कानून व्यवस्था की पुनर्स्थापना हो रही है। स्थानीय हार्डकोर अपराधियों के साथ-साथ पड़ोस के राज्यों से आए अराजक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। जेल के अन्दर से गैंग चलाने की प्रवृति पर लगाम लगाई जा रही है।

जनहित में लिए जा रहे महत्वपूर्ण फैसले : मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जनहित में एक के बाद एक महत्वपूर्ण फैसले लिए जा रहे हैं। गत सरकार द्वारा बन्द की गई सीबीआई की सामान्य सहमति को बहाल किया गया है। इससे गंभीर अपराधों में प्रभावी अनुसंधान बिना किसी बाधा के हो सकेगा। इसे बन्द करने का निर्णय गत सरकार की मंशा पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। इससे भ्रष्टाचार को पोषण एवं प्रोत्साहन मिला। केन्द्र सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टोलरेंस की नीति पर चलते हुए हमने ये निर्णय लिया है।

युवाओं के सपनों पर कुठाराघात करने वालों को नहीं बख्शा जाएगा : शर्मा ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक घोटाले के मुख्य सरगना को पकड़ने में विफल रही, जिससे युवाओं के सपनों पर कुठाराघात हुआ। आरपीएससी जैसी प्रतिष्ठित संस्था की साख को तार-तार किया गया। यहां तक कि आरएएस भर्ती परीक्षा में भी गंभीर अनियमितताएं सामने आईं।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने सत्ता में आते ही तुरन्त निर्णय लेते हुए पेपर लीक मामले की जांच के लिए एडीजी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिया। वर्तमान में विभिन्न परीक्षाओं के पेपर लीक की जांच एसआईटी द्वारा की जा रही है। यदि आवश्यक हुआ तो सीबीआई से भी पेपर लीक की जांच कराई जाएगी। साथ ही, सरकार इन भर्ती परीक्षाओं की निगरानी डीजीपी एवं मुख्य सचिव स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में करा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में गत दिनों दो प्रमुख परीक्षाएं सुचारू रूप से संपन्न करवा दी गई हैं। पेपर लीक मामलों में वांछित 25 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

चौपट अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना प्राथमिकता : मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने चुनावी साल में कई अविवेकपूर्ण निर्णय लेकर राजस्थान पर कर्ज का बोझ बढ़ाया और राज्य कर्ज के जाल में फंसकर बीमारू राज्य बन गया। ऐसे निर्णयों से गत 5 वर्षों में राज्य का ऋण भार लगभग दोगुना हो गया है। प्रतिव्यक्ति 70,800 रुपए कर्ज हो गया है। पिछली सरकार ने जनता के धन का सदुपयोग न कर विज्ञापनों पर अनाप-शनाप पैसा खर्च किया। उनके वित्तीय कुप्रबंधन की पराकाष्ठा के कारण जल जीवन मिशन की 50 प्रतिशत धनराशि का भी उपयोग नहीं हो पाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विरासत में मिली चौपट अर्थव्यवस्था को पुनः पटरी पर लाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारा लक्ष्य अगले 5 वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था को 350 बिलियन डॉलर तक पहुंचाना है।

ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य को बनाएंगे आत्मनिर्भर : शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना की घोषणा की है। राज्य सरकार भी ऊर्जा के क्षेत्र में प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कृत्संकल्पित है। प्रदेशवासियों को पर्याप्त बिजली उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार छत्तीसगढ़ सरकार के सहयोग से कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित करवा रही है। राज्य सरकार सौर ऊर्जा के क्षेत्र में उपलब्ध संसाधनों का संपूर्ण दोहन करते हुए राज्य को ऊर्जा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाएगी। उन्होंने कहा कि हर घर पर सौर ऊर्जा के संयंत्र लगाकर ऊर्जा की मांग को पूरा किया जाएगा। युवाओं को नवीन व नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में सूर्य मित्र व वायु मित्र के रूप में प्रशिक्षित कर रोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे।

ईआरसीपी को धरातल पर उतारने का कार्य शुरू : मुख्यमंत्री ने कहा कि ईआरसीपी योजना की संकल्पना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में की गई थी। वर्ष 2013 में तत्कालीन राज्य सरकार ने राज्य के 13 पूर्वी जिलों को जोड़ने की इस योजना पर काम शुरू किया तथा वर्तमान सरकार ने डेढ़ महीने के अल्प कार्यकाल में ही त्रिपक्षीय समझौता कर इस योजना को क्रियान्वित करने की नींव रखी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार ने ईआरसीपी को अटकाने और जनता को भ्रमित करने का काम किया। वर्ष 2019 से 2023 तक बजट भाषण से लेकर राज्यपाल के अभिभाषण तक हर जगह ईआरसीपी का जिक्र किया गया, मगर योजना की फिक्र नहीं की गई। राज्य सरकार सिर्फ घोषणा नहीं करेगी, बल्कि ईआरसीपी के सपने को हकीकत में बदलेगी। इस योजना से राज्य के 13 जिलों को पेयजल तथा 2 लाख 80 हजार हेक्टेयर क्षेत्र को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान को समझौते की शर्तों के मुताबिक उसके हिस्से का पूरा पानी उपलब्ध होगा।

संकल्प पत्र का हर वादा करेंगे साकार : शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने सत्ता में आते ही संकल्प पत्र के किए वादों को साकार करने का कार्य शुरू कर दिया और इसे नीतिगत दस्तावेज का दर्जा देकर मिशन मोड पर कार्य कर रही है। राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटियों को प्राथमिकता से लागू कर रही है। 1 जनवरी 2024 से राज्य के 73 लाख परिवारों को 450 रुपए में रसोई गैंस सिलेण्डर उपलब्ध करवाया जा रहा है। श्री अन्नपूर्णा रसोई योजना में मिलेट्स को शामिल किया गया है। 6 जनवरी से भोजन थाली का वजन 450 ग्राम से बढ़ाकर 650 ग्राम कर दिया गया है तथा राज्य सरकार द्वारा दिया जाने वाला अनुदान भी 17 रुपए से बढ़ाकर 22 रुपए प्रति थाली कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि आवश्यकता एवं उपयुक्तता के अनुसार रसोइयों के संचालन हेतु स्थानों का पुनर्निर्धारण किया जा रहा है एवं इनके संचालन में पारदर्शिता लाकर भ्रष्टाचार की रोकथाम की गई है। इंदिरा रसोइयों के संचालन में हुई अनियमितताओं की जांच की जाएगी।

लोकतंत्र सेनानियों की पेंशन की गई बहाल : मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों की पेंशन बहाल की गई है। आपातकाल के दौरान इन सेनानियों ने लम्बी अवधि जेलों में गुजारी। इनके परिवारों ने विभिन्न प्रकार की यातनाएं झेलीं। गत सरकार ने इनकी पेंशन बंद कर लोकतंत्र को बचाने के लिए दिए गए बलिदान का अपमान किया। हमारी सरकार ने लोकतंत्र सेनानियों की पेंशन बहाल कर उन्हें प्रतिमाह 20 हजार रुपए पेंशन एवं 4 हजार रुपए चिकित्सकीय भत्ता देने का निर्णय लिया है।

विकसित भारत का संकल्प बढ़ रहा आगे : शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को बढ़ाने का काम राज्य सरकार कर रही है। प्रधानमंत्री द्वारा वंचित पात्र व्यक्तियों को योजनाओं से जोड़कर लाभान्वित करने की सोच के साथ ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि अब तक 11,922 ग्राम पंचायतों/शहरी स्थानों को विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत कवर किया जा चुका है। विभिन्न मानकों पर इस यात्रा में राजस्थान अव्वल है। पीएम सुरक्षा बीमा एवं पीएम जीवन ज्योति बीमा योजनाओं में राजस्थान देशभर में पहले स्थान पर है।

बढ़ाई गई किसान सम्मान निधि, गेहूं पर एमएसपी एवं मासिक सुरक्षा पेंशन : मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने संकल्प पत्र में किसान सम्मान निधि में बढ़ोतरी करने की घोषणा की थी। इस पर अमल करते हुए प्रदेश में पीएम किसान सम्मान निधि के तहत राशि 6 हजार रुपए से बढ़ाकर 8 हजार रुपए करने का फैसला लिया गया है। इससे राज्य सरकार पर 1300 करोड़ रुपए का अतिरिक्त वित्तीय भार आएगा। चरणबद्ध रूप से इसे बढ़ाकर 12 हजार रुपए किया जाएगा।

शर्मा ने कहा कि संकल्प पत्र में गेहूं पर न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने का वादा किया था। इसी क्रम में गेहूं पर एमएसपी 2275 रुपए से बढ़ाकर 2400 रुपए करने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया है। इससे सरकार पर 250 करोड़ रुपए का अतिरिक्त वित्तीय भार आएगा। चरणबद्ध रूप से इसे बढ़ाकर 2700 रुपए किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जरूरतमंद व्यक्तियों को समुचित सामाजिक सुरक्षा देने की दृष्टि से मासिक सुरक्षा पेंशन को 1 हजार रुपए से बढ़ाकर 1150 रुपए करने का निर्णय लिया गया है। चरणबद्ध रूप से इसे बढ़ाकर 1500 रुपए तक किया जाएगा। इससे राज्य सरकार पर 1800 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार आएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में रह रहे पाक विस्थापित परिवारों को विशेष योजना के तहत आवास एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।

100 दिवसीय कार्ययोजना से जनता को किया जा रहा लाभान्वित : शर्मा ने कहा कि जनता के कल्याण हेतु सरकार ने 100 दिन की कार्ययोजना बनाकर उस पर काम शुरू कर दिया है। इसके तहत आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत 1 करोड़ पात्र लोगों को निःशुल्क उपचार  के लिए कार्ड दिए जाएंगे। समस्त क्रियाशील स्वास्थ्य कल्याण केंद्रों का नाम ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिर’ कर इन पर वैलनेस गतिविधियां प्रारम्भ की जाएंगी तथा 75 हजार स्वास्थ्य मेलों का आयोजन 3 माह में किया जाएगा। 1.50 लाख घरों में जल कनेक्शन दिए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि कार्ययोजना के तहत स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत 8 हजार गांवों को ओडीएफ प्लस बनाया जा रहा है। 1 लाख पशुपालकों के किसान क्रेडिट कार्ड बनाए जाएंगे। आगामी 3 माह में 3500 पीएम किसान समृद्धि केन्द्र ग्राम पंचायतों में स्थापित किए जाएंगे। साथ ही, पीएम कुसुम योजना के तहत 5 हजार सोलर पम्प स्थापित किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 1 हजार कक्षा कक्षों को निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति योजना, बालिका दूरस्थ शिक्षा योजना, मुख्यमंत्री हमारी बेटियां योजना, विधवा/परित्यक्ता मुख्यमंत्री (बी.एड.) संबल योजना द्वारा 1 लाख विद्यार्थियों को लाभान्वित किया जाएगा। पीएम स्वनिधि (प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेण्डर्स आत्म निर्भर निधि योजना) में 11 हजार आवेदकों को बैंकों के माध्यम से ऋण वितरित किए जा रहे हैं। गत सरकार ने केंद्र द्वारा बार-बार लिखे जाने के बावजूद किसान सम्मान निधि योजना के तहत नामांतरण पर ध्यान नहीं दिया। विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत लगने वाले शिविरों में अब तक 50 हजार नए किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना से जोड़ा जा चुका है। अगले 3 महीनों में 1 लाख और किसानों को इस योजना से जोड़ा जाएगा।

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