Tuesday, May 7, 2024
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बीकानेर : कलक्टर ने सुनी ग्रामीणों की समस्याएं, गांवों के दौरे पर रहे…

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बीकानेरAbhayindia.com जिला कलक्टर नमित मेहता बुधवार को ग्रामीण क्षेत्रों के दौरे पर रहे। इस दौरान जेतासर, ठुकरियासर, सुरजनसर और आडसर दौरा किया। उन्होंने आमजन की समस्याएं सुनी एवं विकास कार्यों का निरीक्षण किया।जेतासर में ग्रामीणों ने खेल मैदान के ऊपर से गुजर रही 33 के.वी. विद्युत लाइन को हटाने की मांग की। इस संबंध में जिला कलक्टर मेहता ने विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता को मौका मुआयना एवं आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। गांव की मुख्य सड़क से उपस्वास्थ्य केंद्र तक सड़क दुरुस्तीकरण एवं खेल मैदान के रुके निर्माण को प्रारम्भ करने के लिए कार्य की तथ्यात्मक रिपोर्ट के संबंध में संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए।

इस दौरान ग्रामीणों ने उच्च प्राथमिक विद्यालय को माध्यमिक में क्रमोन्नत करने, विद्युत लाइन को कृषि फीडर से अलग करने एवं शिव धर्मशाला के ऊपर से गुजर रही विद्युत लाइन को शिफ्ट करने की कार्रवाई की मांग की, जिस पर जिला कलक्टर मेहता ने आवश्यक कार्रवाई के लिए विकास अधिकारी को निर्देशित किया। इस दौरान जेतासर सरपंच सरिता देवी मौजूद रही।

ठुकरियासर में जनसुनवाई के दौरान जिला कलक्टर ने श्रीडूंगरगढ़ के समस्त राजीव गांधी सेवा केन्द्रों पर सम्बन्धित पटवारी, ग्रामसेवक, कृषि पर्यवेक्षक तथा एएनएम के नाम तथा मोबाईल नम्बर लिखवाने के निर्देश दिए, जिससे जरूरत पडऩे पर ग्रामीण इनसे तत्काल सम्पर्क कर सकें। उन्होंने सभी उप स्वास्थ्य केन्द्रों के भवनों की स्थिति का भौतिक सत्यापन करने एवं इसकी रिपोर्ट उपलब्ध करवाने के लिए निर्देशित किया, जिससे आवश्यकता के अनुसार इनकी मरम्मत करवाई जा सके।

इस दौरान ग्रामीणों की मांग पर उन्होंने स्कूल के माध्यम से गांव में खेल मैदान के प्रस्ताव भिजवाने एवं आयुर्वेद अस्पताल की चारदीवारी की मरम्मत से पूर्व मौका मुआयना करने के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया। इस अवसर पर गांव के सरपंच अमराराम गांधी उपस्थित रहे।

सात दिन में दुरुस्त हो ढीले तार…

सुरजनसर में जनसुनवाई के दौरान जिला कलक्टर ने बिजली के ढीले तारों को अगले सात दिनों में दुरूस्त करवाने के निर्देश दिए। टेढ़े-मेढ़े पोल, जमीन पर पड़े ट्रांसफार्मर अथवा किसी भी दुर्घटना संभावित स्थानों का चिन्हीकरण करने तथा इन्हें अविलम्ब ठीक करने को कहा। उन्होंने कहा कि अप्रैल 2020 तक एनएफएसए की पात्रता के लिए प्राप्त आवेदनों का निस्तारण शीघ्र ही किया जाएगा।

इस दौरान ग्रामीणों ने गांव की आबादी विस्तार करने, सुरजनसर से आडसर तक सड़क बनाने तथा धीरदेसर में लोहे के बिजली पोल बदलने तथा जी.एल.आर की सफाई करवाने की मांग की। उन्होंने कहा कि संबंधित विभागों की ओर से इनका त्वरित निस्तारण किया जाए।

स्वास्थ्य केन्द्र स्वीकृति की मांग…

आड़सर में ग्रामीणों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्वीकृत करवाने की मांग की। उन्होंने कहा कि इसके लिए ग्रामीणों द्वारा भूमि एवं भवन निर्माण के लिए भामाशाहों की ओर से राशि उपलब्ध करवा दी जाएगी। इस संबंध में जिला कलक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को अविलम्ब प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवाने के निर्देश दिए। बिजली ट्रिपिंग की समस्या के समाधान के संबंध में उन्होंने एक अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगवाने की बात कही। आड़सर के आवासीय कॉलोनी के ऊपर से गुजरने वाली विद्युत लाइन को शिफ्ट करवाने एवं सुचारू पेयजल आपूर्ति जैसी समस्याएं ग्रामीणों द्वारा रखी गई। जिला कलक्टर ने बताया कि आड़सर का चयन जल जीवन मिशन के तहत किया गया है। शीघ्र ही इस गांव के प्रत्येक घर को पेयजल कनेक्शन दिए जाएंगे।

लाभ उठाएं आमजन…

इस दौरान जिला कलक्टर ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से जल्दी ही ‘प्रशासन गांवों के संग अभियान’ प्रारंभ किया जा रहा है। अधिक से अधिक ग्रामीण इन शिविरों का लाभ उठाएं एवं राजस्व सहित विभिन्न विभागों के कार्यों का संपादन इन शिविरो में करवाएं। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के प्रगतिरत कार्यों, नियोजित श्रमिकों की जानकारी ली तथा श्रमिक संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। इन क्षेत्रों में सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत रिटर्न पेंशन प्रकरणों का अविलंब निस्तारण करने को कहा। पालनहार योजना के तहत प्रत्येक पात्र को जुड़वाने को कहा। श्रीडूंगरगढ़ की उपखण्ड अधिकारी दिव्या चौधरी ने विभिन्न योजनाओं की प्रगति से अवगत करवाया।

एप्रोप्रिएट बिहेवियर की करें पालना…

जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कि कोरोना का खतरा कम हुआ है, लेकिन यह खत्म नहीं हुआ है। इसके मद्देनजर प्रत्येक व्यक्ति कोविड एप्रोप्रीएट बिहेवियर की पालना करें। उन्होंने कहा कि कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। जिले में तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए सभी तैयारियां की जा रही हैं, लेकिन प्रत्येक व्यक्ति सतर्क रहेगा तो इसके खतरे को कम किया जा सकेगा। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड के विरूद्ध वैक्सीनेशन की प्रगति जानी एवं कहा कि प्रत्येक व्यक्ति टीकाकरण जरूर करवाएं।

इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश, सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग एल.डी.पंवार, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता दीपक बंसल, उपनिदेशक कृषि (विस्तार) कैलाश चौधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओ. पी. चाहर ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी।

अधिकारियों की ली बैठक…

इस दौरान जिला कलक्टर ने श्रीडूंगरगढ़ में उपखण्ड अधिकारी कार्यालय सहित विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण किया एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ आमजन को मिले तथा लोगों की प्रत्येक वाजिब समस्या का त्वरित समाधान हो, इसके मद्देनजर अधिकारी पूर्ण गंभीरता से कार्य करें। उन्होंने संपर्क पोर्टल, घर-घर औषधि योजना, मुख्यमंत्री चिंरजीवी स्वास्थ्य बीमा सहित विभिन्न योजनाओं की प्रगति जानी। साथ ही कोविड की तीसरी संभावित लहर से बचाव की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अधिकारी नियमित रूप से ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा करें तथा अपने-अपने विभागों की योजनाओं की नियमित समीक्षा करें।

बीकानेर : पदस्थापन के नाम पर हुआ छलावा : नैण

बीकानेर Abhayindia.com राज्य सरकार की ओर से नर्सेज की पदोन्नति निरस्त करने से नर्सेज संगठनों में रोष है। नर्सेज भर्ती 2018 में चयनित 12 हजार नर्सेज स्वास्थ्य निदेशक के फरमान से अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। संगठन के प्रदेशाध्यक्ष धन्नाराम नैण रोष जताते हुए कहा है कि यह नर्सेज लम्बे समय से विधिवत पदस्थापन का इंतजार कर रहे थे जिसके लिए ऑनलाइन चॉइस भी भरवाई गई और मैरिट के अनुसार पदस्थापन कि बात भी कही गई थी। इसके बाद 30 जुलाई को 12 हजार नर्सेज रिलीव होकर अपने पदस्थापन कि जगह रवाना हो गए लेकिन दो अगस्त को चिकित्सा एवम सवास्थ्य निदेशक (अराजपत्रित ) मुकुल शर्मा ने पदोन्नति के आदेश यह कहकर निरस्त कर दिए कि बारिश और कोरोना काल का समय चल रहा है। इसको देखते हुए आदेश निरस्त किया जाता है, जो नर्सेज रिलीव हुए थे वो पुन: अपनी जगह ज्वाइन करें जहां से वे रिलीव हुए थे।

संगठन के प्रदेशाध्यक्ष  ने कहा  हम राज्य सरकार से मांग करते है कि स्वास्थ्य भवन से जो आदेश 30 जुलाई को जारी हुआ था उसको पुन: बहाल किया जाए और उन नर्सेज कि परिवेदना लेकर निस्तारण किया जाए जिनको इस आदेश से समस्याएं झेलनी पड़ रही है। कुछ नर्सेज ने आपत्ति जताई है कि उनको विधिवत पदस्थापन नहीं मिला, जबकि कम मैरिट वालों को प्राथमिकता दे दी गई। इससे ज्यादा मैरिट वाले ठगे से महसूस कर रहे है। संरक्षक साजिद परिहार ने कहा कि नर्सेज के साथ कुठाराघात नहीं हो और सरकार को उनकी सभी मांगो को मानते हुए आदेश जारी करना चाहिए, अन्यथा यदि नर्सेज आंदोलन करती है तो उसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार और प्रशाशन की होगी।

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