बीकानेर abhayindia.com नापासर में होम क्वारेंटाइन किये गये दस जनों के खिलाफ उपखंड अधिकारी के निर्देश पर हलका पटवारी की ओर दर्ज कराये गये क्वारेंटाइन गाइड लाइन उल्लंघन के मुकदमे का मामले से समूचे कस्बे में हलचल-सी मची हुई है। वहीं, आरोपी लोगों का कहना है कि हम तो अपने घर से बाहर ही नहीं निकले, इसके बावजूद हमारे खिलाफ किस बिनाह पर केस दर्ज किया गया है, यह समझ से बाहर है।
जानकारी में रहे कि कोरोना महामारी को देखते हुए अन्य राज्यों से नापासर आये प्रवासियों को 14 दिन होम क्वारेंटाइन किया गया व 50 हजार का बॉण्ड भरवाकर 14 दिन घर से बाहर नहीं निकलने की हिदायत भी दी गई। इसी संबंध मे नापासर हलका पटवारी अशोक सियाग ने उपखंड अधिकारी बीकानेर द्वारा भेजी गई एक सूची के आधार पर नापासर मे क्वारेंटाइन किये गये 10 लोगों के खिलाफ क्वारेंटाइन का उल्लंघन करने के आरोप में केस दर्ज करवाया दिया।
जानकारी के अनुसार उपखंड अधिकारी बीकानेर ने दूरभाष पर इन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के आदेश दिये। इसकी पालना करते हुए नापासर पटवारी अशोक सियाग ने नापासर थाने मे उक्त व्यक्तियों के खिलाफ क्वारेंटाइन का उल्लंघन व महामारी अधिनियम अपराध का मामला दर्ज करवाया है।
नापासर थानाधिकारी संदीप पूनिया ने बताया की उपखंड अधिकारी बीकानेर के निर्देशानुसार महेश कोठारी, संदीप पांडिया, जयप्रकाश झंवर, योगेश मिश्रा, विनीत मूंधडा, गोपाल मोहता, मनोज लाहोटी, श्याम सुंदर व्यास, महेश तिवाडी, नरेंद्र सारस्वत पर क्वारेंटाइन गाइड लाइन उल्लंघन का केस दर्ज कर किया गया है। फिलहाल मामले को लेकर आरोपी पक्ष के लोगों के स्थानीय विधायक, जिला कलक्टर एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों को अवगत करवाते हुए निष्पक्ष जांच कराये जाने की मांग की है।