Tuesday, May 21, 2024
Hometrendingबीकानेर : सडक़ों पर मौत का सफर ! बढ़ रहे हैं हादसे...

बीकानेर : सडक़ों पर मौत का सफर ! बढ़ रहे हैं हादसे…

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

बीकानेर abhayindia.com बीत रहा साल अबकी बार सड़क हादसों के दर्दनाक दंश देकर जा रहा है। सड़का हादसों से जुड़े आंकड़ों पर नजर डालें तो जिले की सडक़ें मौत का सफर बनती जा रही है। गत 11 माह में हुई दुर्घटनाओं के आंकड़ें तो इसी तरफ इशारा कर रहे हैं। इसके बावजूद इस पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।

जानकारी के अनुसार जिले में इस वर्ष सडक़ दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या में माह नवम्बर तक काफी बढ़ोत्तरी हुई है। इसे लेकर पुलिस विभाग भी बेहद चिंतित दिखाई दे रहा है। हजार प्रयास करने के बाद भी बढ़ती दुर्घटनाएं दुखद हैं। दुर्घटनाओं की जद में विशेषकर युवा ही आ रहे हैं। जिले में लगातार हो रही सडक़ दुर्घटनाओं की बड़ी भयानक तस्वीर निकल कर आई है।

…इसलिए इस बार होली 11 दिन जल्‍दी और दीवाली 17 दिन की देरी से आएगी

यातायात नियमों की अनदेखी के कारण जिले में आए दिन सडक़ दुर्घटनाओं में लोग मौत का शिकार हो रहे है। वाहन चालकों की यातायात नियमों की अनदेखी और वाहन चलाते समय बरती जाने वाली लापरवाही ही दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण सामने आया है। पुलिस की सख्ती व चेतावनी के बाद भी यातायात नियमों का पालन करने में भी लोग अनदेखी करते हैं। इसका ही नतीजा है कि भीषण सड़क दुघर्टनाओं के कारण बीकानेर का नाम लगातार सुर्खियों में छाया हुआ है। बीते माह भी जिले में हुए दर्दनाक सड़क हादसों में दो दर्जन से ज्यादा लोगों ने जान गंवा दी और बड़ी तादाद में घायल होकर अपाहित होने का दंश भोग रहे हैं।

राजस्‍थान : कैबिनेट बैठक में हुए कई महत्‍वपूर्ण फैसले

राजस्थान में इन दो चीजों पर लग सकता है बैन, मिले संकेत

यातायात नियमों की पालना जरूरी : पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि सडक़ दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं यातायात नियमों की पालना के लिए जिला पुलिस तो अपनी जिम्मेदारी का समुचित निर्वहन कर रही है, लेकिन सडक़ दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए आमजन को भी जागरुक व संकल्पित होना होगा। अपने जीवन के महत्व को समझते हुए वाहन चलाते समय यातायात नियमों की पूर्ण पालना के लिए कटिबद्ध होने की आवश्यकता है। दुर्घटना का सबसे मुख्य कारण तेज गति से वाहन चलाना है।

बीकानेर : किसान भवन की दुर्दशा देखकर कलक्टर ने ऐसे दिखाया सख्‍त लहजा…

विश्व मे तेज गति की वजह से 48 प्रतिशत सडक़ दुर्घटनाएं होती है। तेज गति से वाहन चलाने पर प्रतिक्रिया के लिए कम समय मिलता है। वाहन रोकने की दूरी एवं समय बढ़ जाता है तथा इससे दुर्घटना होने पर गम्भीर चोट लगने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इसके अतिरिक्त नशे में वाहन चलाना, बिना हेलमेट वाहन चलाना, गलत ढंग से ओवरटेकिंग, गलत लेन में वाहन चलाना, बार-बार लेन बदलना, गलत तरीके से वाहन को ओवरटेक करना सडक़ दुर्घटनाओं के दूसरे प्रमुख कारण है। आमजन को सडक़ दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए पुलिस के साथ-साथ अपनी जन भागीदारी भी निभानी होगी।

राजस्थान के इन जिलों में बारिश व ओलावृष्टि के आसार, अलर्ट जारी

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular