बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) ओमप्रकाश पासवान को शनिवार को नई दिल्ली में उनके नवाचार पुलिस पब्लिक पंचायत के लिए प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर के Skoch अवार्ड-2024 से सम्मानित किया गया है।
आईजी ओमप्रकाश ने बताया कि पुलिस पब्लिक पंचायत बीकानर रेंज पुलिस द्वारा एक पहल है, जिसका उद्देश्य पुलिस व आमजन के बीच की दूरी कम करने उनके साथ मधुर संबंध बनाने और आम लोगों के पास जाकर उनकी समस्याओं का समाधान करना है। हम पारदर्शिता, जवाबदेही और समुदाय की भागीदारी में विश्वास करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि सभी को न्याय मिले और वे अपने समुदाय में सुरक्षित महसूस करें। इसके द्वारा महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों एवं युवाओं में फैल रहे नशे के प्रति आमजन में जागरूकता लाना है। साथ ही, पुलिस की कार्यप्रणाली का सामाजिक अंकेक्षण कर स्थान, समय और परिस्थिति के अनुसार राज्यहित में परिवर्तन लाना है। पुलिस की कार्यप्रणाली का सामाजिक अंकेक्षण कर सकारात्मक प्रथाओं को उजागर कर वरिष्ठ प्रबंधन व्यवहार में ईमानदारी से शिकायतों को निष्पक्ष एवं समय पर निस्तारण कर जनता में पुलिस पर विश्वास के लिए प्रभावी जवाबदेही तंत्र विकसित करना है।
उन्होंने बताया कि पुलिस और समुदाय के बीच स्वस्थ संवाद बहाली के जरिये गंभीर अपराधों जैसे बच्चों, महिलाओं व कमजोर वर्ग के खिलाफ अपराध तथा मादक द्रव्यों के सेवन की रोकथाम एवं पुलिस की कार्यप्रणाली का सामाजिक अंकेक्षण कर कार्ययोजना बनाकर कार्य करने बाबत पुलिस पब्लिक पंचायत की शुरूआत बीकानेर रेंज के चारों जिलों बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ व अनूपगढ़ में मार्च 2022 में की गई जो निरन्तर जारी है। अभी तक कुल 4465 पुलिस पब्लिक पंचायतों का आयोजन कर 1,49,526 नागरिकों को इस मुहिम में भागीदार बनाया गया।
रेंज में पुलिस पब्लिक पंचायतों के दौरान आम नागरिकों द्वारा 552 परिवाद मौके पर पुलिस अधिकारी के समक्ष पेश किये गये। जिनका प्राथमिकता से निस्तारण कर परिवादी को राहत पहुंचाई गई। पुलिस पब्लिक पंचायतों के तहत 19066 बालिकाओं के साथ बालिका सुरक्षा पर संवाद कर जागरूक किया गया एवं स्थानीय स्तर पर आपदा के समय मदद मुहैया कराने के लिए व्यवस्था की गई। इसी तरह 20,257 महिलाओं से महिला सुरक्षा पर संवाद कर सुरक्षा सखियों के माध्यम से पुलिस तन्त्र से जोड़ा गया एवं जागरूक किया गया।
पुलिस पब्लिक पंचायत के तहत स्टूडेन्ट अगेन्सट ड्रग्स मुहिम की शुरूआत की गई जिसके तहत 1,13,834 विधार्थियों को मादक पदार्थों के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक करते हुए नशामुक्त जीवन के सम्बन्ध में परामर्श दिया जाकर शपथ दिलवाई गई।
ऑपरेशन साईबर क्लीन के तहत गैंगस्टर के सोशल मीडिया एकाउन्ट को बन्द करवाते हुए 79685 फोलोवर्स को उस सोशल मीडिया एकाउन्ट से हटाया गया तथा 22745 युवाओं को साईबर अपराध के बारे में जागरूक किया गया।
सुसाइड प्रिवेन्शन रिसोर्स सेन्टर की स्थापना के जरिये मानसिक अवसाद, घरेलू हिंसा एवं कर्ज से पीड़ित व्यक्तियों की संकट के समय तुरन्त सहायता। अपराध मुक्त गांव कार्यक्रम के तहत 25 पंचायतीराज प्रतिनिधियों को सम्मानित करते हुए अपराध मुक्त गांवों में पंचायतीराज संस्थाओं की भागीदारी बढ़ाने का प्रयास।