Saturday, May 4, 2024
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बीकानेर : जिला कलक्टर हुए पीबीएम अस्पताल की अव्यवस्थाओं पर नाराज, कहा मुद्दे से ना भटके डॉक्टर साहब…

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बीकानेर abhayindia.com जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि पीबीएम अस्पताल में भर्ती होने वाले रोगियों विशेषकर शिशु रोगियों के लिए बेड की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। चिकित्सक यूनिट के हिसाब से रोगियों को बेड अलॉट करते हैं यह तरीका गलत है इसे तत्काल बदल दिया जाए। किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं होगा कि दो बड़े हॉल में लगे 40 से अधिक बेड तो खाली रहे और दूसरे यूनिट के वार्ड में एक ही बेड पर तीन-तीन बच्चे रहे । साथ ही चिकित्सक बाहर की दवा लिखना और बाहर से ब्लड सहित अन्य जांच करवाने की अपनी आदत में सुधार करें।

जांच के लिए बाहर नहीं भेजें
गौतम जब शुक्रवार को पीबीएम अस्पताल के बच्चा वार्ड का निरीक्षण कर रहे थे तो वहां भर्ती बच्चों के परिजनों ने बताया कि कुछ चिकित्सक जांच कहां से करवानी है उसका विजिटिंग कार्ड भी देते हैं। जिला कलक्टर ने इसे गंभीरता से लेते हुए कहा कि संबंधित चिकित्सक की पहचान कर उसे भविष्य में न करने के लिए पाबंद करें और साथ यदि कोई चिकित्सक ऐसा करता पाए जाए तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

बीकानेर : आमजन की समस्याओं के निस्तारण में ढिलाई पर जिला कलक्टर सख्त, दिए कार्यवाही के निर्देश

जिला कलक्टर ने निरीक्षण के दौरान देखा कि कुछ वार्डों में जो बेड लगे हैं उनमें तो मरीज और परिजन भरे हुए हैं। बच्चों के लिए लगे बेड पर चादर बहुत ज्यादा गंदी थी। रोगियों को तो स्टाफ द्वारा इस सर्दी के मौसम में भी कंबल उपलब्ध नहीं करवाई गई इस पर जिला कलक्टर ने मौके पर ही कंबल मंगवाई और जिस रोगी के पास कंबल नहीं थी उसे तत्काल कंबल दिलवाई। साथ ही यह भी निर्देश दिए कि बेड पर लगी चादर भी नियमित रूप से बदल दी जाए।

मॉनिटरिंग कलेक्टर खुद करेंगे
निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर को पता चला कि एक छोटी बच्ची सुमन जो कि पूर्व में 10 दिन पहले यहां एडमिट हुई थी। वह कल फिर तबीयत खराब होने के बाद एडमिट हुई थी। बच्ची के पिता ने बताया कि जांच करने के लिए खून बाहर लेबोरेटरी में भेजा गया है, साथ ही इंजेक्शन भी बाजार से खरीदने के लिए चिकित्सक ने कहा है। जिला कलक्टर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह बहुत गंभीर बात है कि गरीब लोगों को बाहर से जांच के लिए कहा जाता है और दवा भी बाहर से लाई जाती है।

जिला कलक्टर द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान शिकायत के बाद जब सुमन का पिता कुछ डर सहम गया। उसे लगा कि अब चिकित्सक उसे सपोर्ट नहीं करेंगे। सुमन के पिता ने जब यह बात कलक्टर से कही तो जिला कलक्टर ने अपने मोबाइल नंबर उसे लिख कर दिए और कहा कि कोई भी दिक्कत हो तो सीधे मेरे से बात करना। जिला कलक्टर ने प्राचार्य एसपी मेडिकल कॉलेज को निर्देश दिए सुमन के लिए एक डॉक्टर प्रतिदिन रिपोर्ट आपको देगा और प्राचार्य सुमन के स्वास्थ्य के बारे में संपूर्ण जानकारी जिला कलक्टर को उपलब्ध करवाएंगे।

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सघन शिशु चिकित्सा इकाई से बच्चा अस्पताल तक बनेगा नया रास्ता
बच्चा अस्पताल के निरीक्षण करने के बाद जिला कलक्टर ने सघन शिशु चिकित्सा इकाई को भी देखा। उन्होंने कहा कि सघन चिकित्सा इकाई और बच्चा अस्पताल के बीच नन्हें रोगियों को लाने के लिए एक नया रास्ता विकसित किया जाए। इस नए रास्ते के बन जाने से बच्चे को सघन आईसीयू में लाने तथा उसकी मां तक पहुंचाने में सुगमता हो जाएगी। यह कार्य सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के माध्यम से यदि बजट के अभाव में बनना संभव नहीं हो तो इसके प्रपोजल बनाकर जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाया जाए ताकि निर्माण कार्य नगर विकास न्यास के माध्यम से करवाया जा सके।

जनाना अस्पताल को शिफ्ट करने पर शनिवार को बैठक
जिला कलक्टर ने सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य कक्षा एच एस कुमार को कहा कि जनाना अस्पताल को नए भवन में शीघ्र स्थानांतरित करवाने की कार्यवाही की जाए। उन्होंने शिशु रोग विभागाध्यक्ष को भी नए भवन में शिफ्ट करने की बात कही । गौतम ने प्राचार्य को निर्देश दिए कि प्रसूति विभाग बच्चा विभाग के अध्यक्ष के साथ शनिवार को बैठक कर जल्द निर्णय लें।  इस बैठक में आयुक्त नगर निगम डॉक्टर प्रदीप के गवांडे तथा भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी अभिषेक सुराना सहित कोषाधिकारी पवन कस्वा को भी आमंत्रित किया जाए। सभी अधिकारी मिलकर ऐसी कार्ययोजना बनाए कि जिससे जनाना अस्पताल को नए बने भवन में जल्द स्थानांतरित किया जा सके।

मुद्दे से ना भटके डॉक्टर साहब
निरीक्षण के दौरान जब जिला कलक्टर को रोगियों ने बताया कि बाहर से जांच और दवा लेते हैं तो जिला कलक्टर ने कहा कि पता करें कि गुरुवार को आपातकालीन सेवा में दोपहर में कौन था चिकित्सक और यह हस्ताक्षर किसके हैं । साथ ही हैंडराइटिंग से भी पहचाने कि कौन चिकित्सक है । इस पर शिशु रोग विभाग के चिकित्सक ने बताया कि यह जांच करने वाले लैब के आदमी ने ही लिखा है । गौतम ने तल्ख अंदाज में कहा कि डॉक्टर साहब मुद्दे से न भटकें। जब मरीज बता रहा है कि चिकित्सक ने लिखा है तो जांच कर बताएं कि किस डाॅक्टर ने यह पर्ची लिखी है।

सफाई पर दिखा कलक्टर की धमक का असर
जिला कलक्टर द्वारा समय-समय पर भ्रमण कर अस्पताल में साफ-सफाई देखना और पांच वरिष्ठ अधिकारियों की समिति द्वारा बार-बार सफाई कार्यों को निरीक्षण करने का असर अब दिखने लगा है ।निरीक्षण के दौरान साथ चल रहे कुछ लोगों ने एक स्वर में कहा कि सफाई में कलक्टर साहब की धमक का असर दिखने लगा है और सफाई में गुणवत्ता पूर्वक कार्य हो रहा है। निरीक्षण के दौरान एसपी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एच एस कुमार, कार्यवाहक अधीक्षक डॉ परमेंद्र सिरोही सहित विभिन्न विभागों के चिकित्सक उपस्थित थे।

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