








बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। जिले के नोखा कस्बे में पकड़े गये दो अफीम तस्करों से पूछताछ के आधार पर पुलिस अब जिले में सक्रिय अफीम तस्करों का नेटवर्क भेदने के प्रयास में जुट गई है। अपराध जगत से जुड़े सूत्रों की मानें तो रविवार को दो किलो अफीम के साथ नोखा पुलिस के हत्थे चढ़े दोनों तस्करों रामनिवास विश्रोई और सर्वजीत सिंह उर्फ काला के तार बीकानेर में सालों से सक्रिय अफीम तस्करी के बड़े गिरोह से जुड़े हुए है। पुलिस अब इस नेटवर्क को भेदकर तस्करी के सरगनाओं का पता लगाने में जुटी है।
फिलहाल नोखा पुलिस के हत्थे चढे दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया गया है। मामले की जांच कर रहे व्यास कॉलोनी सीआई गोविन्द सिंह चारण ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में दोनों ही मुलजिम पुलिस को बरगलाने का प्रयास कर रहे। अभी तक इन्होंने यही स्वीकार किया है कि तस्करी की अफीम पुष्कर से लेकर आए थे, लेकिन पुलिस को इन पर यकीन नहीं है।
पुलिस को आंशका है कि यह दोनों जने मंदसौर में किसी बड़े तस्कर से अफीम लेकर नोखा में किसी को सप्लाई देने आए थे। इस बारे में अपनी जुबान नहीं खोल रहे है। जानकारी में रहे कि अफीम तस्करी के बारे मे मुखबिर से मिली सूचना नोखा पुलिस की टीम ने रविवार की शाम को चरकड़ा के पास नेशनल हाईवे 89 पर एक स्कार्पियो गाड़ी को चेक किया तो उसमें दो किलो 100 ग्राम अफीम मिली। पुलिस ने स्कॉर्पियो अफीम जब्त कर श्रीविजयनगर निवासी सर्वजीत सिंह उर्फ काला सिंह उर्फ जीतू तथा बीकानेर पटेलनगर निवासी रामनिवास बिश्नोई को गिरफ्त में ले लिया। इनके खिलाफ राजस्थान के कई थानों में करीब दो दर्जन मुकदमे दर्ज है। सर्वजीत सिंह श्रीगंगानगर का फरार घोषित ईनामी अपराधी है,जो पिछले छह माह से पटेल नगर में रामनिवास बिश्नोई के घर फरारी काट रहा था।
पुलिस ने यह भी तथ्य जुटाये हैं कि दोनों के तार बीकानेर जिले में अफीम और डोडा पोस्त तस्करों से जुड़े हुए है। इनका एक बड़ा अंतरराज्यीय तस्करी का नेटवर्क है, जो मंदसौर (मध्यप्रदेश), प्रतापगढ़, चितौडगढ़़ से अफीम व डोडा अलग–अलग लोगों से खरीदकर बीकानेर, फलौदी, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, पंजाब, हरियाणा तक अपने आदमियों तक माल सप्लाई करते हैं।
हिरण शिकार मामले में अभी तक खत्म नहीं हुई इन सितारों की मुश्किलें
बदमाशों से आहत बेबस मां ने एसपी के समक्ष लगाई गुहार, फिर शुरू हुई ये कार्रवाई…





