








हनुमानगढ़ Abhayindia.com हनुमानगढ़ जिले के भिरानी थाना इलाके के चिड़िया गांधी गांव में गोकशी के मामलेको लेकर बुधवार को हुए प्रदर्शन के दौरान हुए बवाल के बाद जिला प्रशासन ने चिड़िया गांधी और गांधी बड़ी गांव में कर्फ्यू लगा दिया है। साथ ही पूरे भादरा उपखंड में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी है। मौके के हालातों को देखते हुए जिला कलक्टर नथमल डिडेल और पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने भादरा में ही डटे हैं।
बताया जाता है कि बीते दिनों एक महिला ने चिड़िया गांधी गांव में गोकशी की घटना देखी थी। उसने इसकी जानकारी अपने परिजनों और गौशाला संचालकों को दी। उसके बाद भिरानी पुलिस ने मांस के सैंपल लिए। 19 जुलाई को आई रिपोर्ट में मांस गाय का ही पाया गया। उसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। दूसरी तरफ ग्रामीणों ने अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर चिड़िया गांधी में धरना शुरू कर दिया। उसके बाद पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन ग्रामीण निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर धरने पर बैठे रहे। इस पर 26 जुलाई की रात को पुलिस ने जबरन धरना उठा दिया और टेंट को उखाड़ दिया। इसके साथ ही एहतियात के तौर पर भादरा उपखंड में नेटबंदी कर दी। जबरन धरना उठाने और टेंट उखाड़ने से आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार को चिड़िया गांधी गांव में विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान ग्रामीणों की पुलिस से भिड़ंत हो गई। ग्रामीणों की ओर से की गई पत्थरबाजी से भिरानी थानाधिकारी ओमप्रकाश सुथार के सिर पर और एक अन्य पुलिसकर्मी के भी हाथ पर मामूली चोटें आ गई। एक प्रदर्शनकारी के भी मामूली चोटें आई। इसके बाद जिला प्रशासन ने चिड़िया गांधी और गांधी बड़ी गांव में कर्फ्यू लगा दिया। जिला पुलिस अधीक्षक अजय सिंह का कहना है कि बुधवार को जो पत्थरबाजी हुई है उसमें शामिल असामाजिक तत्वों की करीब 20 बाइक को भी जब्त किया गया है। जिला प्रशासन ने आमजन से संयम बरतने की अपील की है।





