बीकानेर abhayindia.com लड़ाकू विमानों से गूंजने वाले नाल की आबोहवा को शुद्ध करने के लिए सरकार ने दो-दो हाथ करने की ठान ली है। भारत के पश्चिमी क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण नाल एयरबेस को पर्यावरण की दृष्टि से सुदृढ और स्वच्छ बनाने के लिए तकमीना तैयार हो गया है। नाल एयरबेस के 15 किलोमीटर परिधि में डम्पिंग फ्री जोन विकसित किया जाएगा।
कलक्टर कुमार पाल गौतम के मार्गदर्शन में एयरफील्ड प्रबंधन कमेटी ने नाल गांव को आदर्श बनाने के साथ-साथ एयरबेस के 15 किलोमीटर परिक्षेत्र को कचरा व मृत पशुओं की दुर्गन्ध से मुक्त रखने पर जमीनी स्तर पर काम करने का निर्णय किया है। नाल को आदर्श गांव के रूप में विकसित करने और इसे स्वच्छ, सुन्दर बनाने के लिए डीएमएफटी में प्रस्ताव रखा जाकर बजट की व्यवस्था की जाएगी, साथ ही गांव में विकास के लिए मनरेगा से जोड़कर आधारभूत सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी। यह निर्णय सोमवार को जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम की अध्यक्षता में आयोजित एयरफील्ड प्रबंधन कमेटी की बैठक में लिए गए।
कलक्टर ने कहा कि नाल एयरपोर्ट के आसपास कचरा और मृत पशु फेंके जाने से पक्षियों का उस स्थान पर जमावड़ा लगा रहता है और विमानों के उड़ान भरते वक्त उन पक्षियों के विमानों से टकराने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नाल एयरपोर्ट के पन्द्रह किलोमीटर के परिक्षेत्र को डम्पिंग फ्री जोन घोषित किया जाए और उस क्षेत्र में किसी प्रकार का कचरा और मृत पशु डालने को गैरकानूनी और दण्डनीय अपराध घोषित किया जाए। उन्होंने एयरफोर्स अधिकारियों को 15 किलोमीटर परिधि का सीमांकन कर उसका विस्तृत विवरण जिला प्रशासन को उपलब्ध कराने को कहा। बैठक में निर्णय किया गया कि नाल गांव में आमजन को समझाइश कर यह बताया जाएगा कि नाल एयर स्टेशन के 15 किलोमीटर के परिक्षेत्र में कोई भी व्यक्ति कचरा तथा मृत पशु न डालें ऐसा करने से संभावित विमान दुर्घटनाओं रोका जा सकता है।
उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे एयरफोर्स अधिकारियों के साथ मिलकर एक ज्वाईन्ट सर्वे करें ताकि बाज, गिद्ध और चील आदि पक्षियों को एयरफील्ड के इलाके से स्थानान्तरित किया जा सके। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को एयरफोर्स कैम्पस से आवारा कुत्तों आदि को भी स्थानान्तरित करने के निर्देश दिए।
गौतम ने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देश दिए कि इस परिक्षेत्र में आने वाले प्रत्येक गांव में मृत पशुओं को फेंकने के लिए स्थान चिन्हित किये जायें, जहां से बाद में नगर निगम द्वारा डिस्पोजल के लिए ले जाये जा सकें और मृत पशुओं के डिस्पोजल के लिए चिन्हित स्थल नाल एयरफील्ड से कम से कम 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हो। उन्होंने प्रत्येक गांव में कचरा डालने के लिए निर्धारित स्थान चिन्हित करने और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट प्लान्ट स्थापित करने की संभावनाएं तलाशने के निर्देश भी दिए।
आवारा पशुओं को गर्मी से बचाएंगे
जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि गर्मी के मौसम को देखते हुए आवारा पशुओं को गर्मी से मृत्यु से बचाने के लिए व्यवस्था की जाए, इसके लिए उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे एक डैडिकैटेड टीम बनाएं, जो कि एयरफोर्स स्टेशन की टीम के साथ समन्वय कर ऐसे जानवरों का बचाने के उपाय करें, ताकि पन्द्रह किलोमीटर की परिधि में कोई आवारा पशु काल का ग्रास न बने। इसके लिए कलक्टर स्थित कन्ट्रोल रूम का उपयोग कन्ट्रोल रूम के तौर पर किया जाएगा। कन्ट्रोम रूम के दूरभाष नम्बर 0151.2226031 पर कॉल कर कोई भी व्यक्ति 15 किलोमीटर परिधि के क्षेत्र में घूम रहे किसी घायल आवारा पशु के बारे में जानकारी दे सकता है और कन्ट्रोल रूम द्वारा तुरन्त इसकी सूचना पशुपालन विभाग की टीम को अग्रेषित की जाकर बचाव की कार्यवाही की जाएगी।
गौतम ने एयरफोर्स अधिकरियों को बीकानेर के आस-पास लग रहे ऊँचे टावरों के संबंध में विस्तृत विवरण सौंपने और इस संबंध में एनओसी प्राप्त करने की प्रक्रिया बनाने को कहा। उन्होंने कहा कि इसके बाद जिला प्रशासन द्वारा सर्वे करवाकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये जायेंगे। उन्होंने नगर निगम तथा नगर विकास न्यास के अधिकारियों को ऐसे टावरों पर लाईट और विशेष रंग से मार्किंग करने निर्देश दिए, ताकि विमानों को उड़ान के दौरान कोई परेशानी न हो। गौतम ने एयरफोर्स अधिकारियों द्वारा प्रत्येक पखवाड़े में नाल एयरफोर्स स्टेशन के आस-पास के गांवों में सुरक्षा संबंधी प्रचार अभियानों एवं जनसम्पर्क के दौरान जिला परिषद के अधिकारी को एक टीम भेजने के निर्देश दिए।
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