जयपुर Abhayindia.com मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रशासन की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए कि आमजन की परिवेदनाओं का समयबद्ध गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाकर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला स्तर से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक के कार्यालयों में औचक निरीक्षण किए जाएं।
शर्मा शनिवार को जोधपुर के कलेक्ट्रेट सभागार में संभागस्तरीय अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास को गति प्रदान करने की दिशा में ‘आपणो अग्रणी राजस्थान’ के संकल्प को पूरा करने के लिए सभी को मिलकर सामूहिक प्रयास करने होंगे। उन्होंने नियमित रूप से जन सुनवाई करनेे व मॉनिटरिंग कर फीडबैक लेने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने संभाग में बिजली तथा पेयजल आपूर्ति की स्थिति, चिकित्सा सुविधाओं, जल जीवन मिशन की प्रगति, विकसित भारत संकल्प यात्रा, कानून-व्यवस्था तथा अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं की समीक्षा की।
चिकित्सकीय सुविधाओं में विस्तार हमारी प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला अस्पतालों, सीएचसी एवं पीएचसी में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने समय-समय पर अस्पतालों का औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सक निरंतर मरीजों व उनके परिजनों से संवाद स्थापित करें, जिससे सुविधाओं को बेहतर किया जा सके।
गुणवत्ता के साथ करवाए जाएं निर्माण कार्य
शर्मा ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख विकास प्रोजेक्ट्स के संबंध में कहा कि इन विकास कार्यों से आमजन की आवश्यकताओं की पूर्ति होती है, इसलिए इनमें गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखते हुए इन्हें समय से पूरा किया जाए।
पर्याप्त बिजली आपूर्ति हो सुनिश्चित
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में निर्बाध बिजली आपूर्ति राज्य सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को कृषि उपभोक्ताओं के लिए रबी सीजन में सुचारू रूप से बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। श्री शर्मा ने समय से घरेलू व कृषि बिजली कनेक्शनों को जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बिजली छीजत को कम करने के लिए जिला प्रशासन आपसी समन्वय के साथ कार्य योजना बनाकर इसे पूरा करें।
जल जीवन मिशन के प्रोजेक्टस को समय से करें पूरा
शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल-हर घर नल सपने को साकार करने के लिए चल रहे प्रोजेक्टस को गुणवत्ता व समयबद्धता के साथ पूरा करे। उन्होंने कहा कि इन प्रोजेक्टस का औचक निरीक्षण भी किया जाये। साथ ही अवैध कनेक्शन व पानी की चोरी को रोकने के लिए प्रभावी निगरानी कर ठोस कार्यवाही करें।
अवैध खनन के खिलाफ सख्त कार्यवाही जारी रखें
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अवैध खनन के खिलाफ चलाये गये राज्यव्यापी अभियान का सकारात्मक परिणाम सामने आया है। उन्होंने कहा कि अवैध खनन गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस, खनन विभाग व जिला प्रशासन आपसी समन्वय के साथ सख्त कार्यवाही जारी रखें।
बेहतर कानून व्यवस्था से आदर्श संभाग का उदाहरण करें स्थापित
शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाये रखने व आमजन को न्याय दिलाने की जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन के कंधो पर है। इसके लिए नियमित जनसुनवाई की जाये, जिससे अपराधियों में डर तथा आमजन में कानून का विश्वास और अधिक सुदृढ़ हो। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों से साईबर क्राईम के खिलाफ विशेष निगरानी रखने तथा आवश्कता पड़ने पर सख्त कार्यवाही के निर्देश प्रदान किये।
प्रतिदिन एक घंटे करें जनसुनवाई
मुख्यमंत्री ने संभाग के सभी जिला कलक्टर व पुलिस आयुक्त, उपायुक्त व सभी पुलिस अधीक्षकों को नियमित रूप से 1 घंटे जनसुनवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिलो में एक विशेष हेल्पलाइन नम्बर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, जिससे आमजन अपनी परिवेदनाएं दर्ज करा सकें। उन्होंने कहा कि आमजन की परिवेदनाओं को पूरी संवेदनशीलता के साथ सुना जाये व उन्हें राहत प्रदान करने हेतु समय पर कार्यवाही भी करें। साथ ही, उन्होंने कहा कि सभी विभागों में संबंधित कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए, जिससे समय से उन्हें पूरा किया जा सके। श्री शर्मा ने राजस्व से संबंधित मामलों को जल्द सुलझाने के निर्देश प्रदान किये। उन्होंने कहा कि कार्यों की आवश्यकता को देखकर उन्हें पूरा करने की कार्ययोजना बनाई जाए। इसके लिए विशेष रूप से सभी विभागीय कमेटी बनाये और कार्य को सम्पन्न करें।
औचक निरीक्षण को जारी रखें
मुख्यमंत्री ने सभी विभागाध्यक्षों को औचक निरीक्षण करने के निर्देश देते हुए कहा कि इससे विभागीय कार्यों की गतिशीलता की जानकारी मिलेगी। साथ ही इससे कार्य की गुणवत्ता में सुधार के अवसर भी मिलेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के आमजन के विश्वास पर खरा उतरना ही हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने विभागीय काम-काज में गति लाने और लम्बित कार्यों का जल्द से जल्द निस्तारण करने के निर्देश देते हुए कहा कि विभागीय स्तर पर कार्ययोजना एवं लक्ष्यों के अनुरूप समय पर कार्य संपादन सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही संपादित कार्यों की समीक्षा और नियमित मॉनिटरिंग पर भी ध्यान दें।
बैठक में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह, संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, उद्योग एवं वाणिज्य राज्यमंत्री के.के. बिश्नोई, राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत, विधायक बाबूसिंह राठौड़, भैराराम सियोल, पब्बाराम विश्नोई, हमीर सिंह, देवेन्द्र जोशी, अतुल भंसाली, अर्जुनलाल गर्ग सहित जनप्रतिनिधि, संभागीय आयुक्त बी.एल. मेहरा, आईजी रेंज जयनारायण शेर, संभाग के सभी जिलों के जिला कलक्टर, पुलिस उपायुक्त (जोधपुर), सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक तथा प्रमुख प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।